JEE Advanced 2024: आईआईटी (IIT), एनआईटी (NIT) और अन्य टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन पाने के इच्छुक छात्रों को जेईई एडवांस परीक्षा पास करनी होती है. इस साल की परीक्षा 26 मई, 2024 को आयोजित की गई थी. जेईई मेंस परीक्षा 2024 में क्वालीफाइंग मार्क्स प्राप्त करने के बाद कुल 2,50,284 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया था. बोर्ड द्वारा साझा किए गए शेड्यूल के अनुसार, जेईई एडवांस्ड 2024 परीक्षा के परिणाम 9 जून, 2024 को घोषित किए जाने हैं. 


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जेईई एडवांस परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की रैंकिंग की कैल्कुलेशन परीक्षा के सभी विषयों में उनके द्वारा प्राप्त कुल अंकों के आधार पर की जाती है. जेईई एडवांस परीक्षा पास करने के लिए उम्मीदवारों को बोर्ड द्वारा तय किए गए सभी विषयों में मिनिमम अंक हासिल करने होंगे. जेईई एडवांस 2024 के लिए कैटेगरी वाइज ऑल इंडिया रैंक (AIR) इस आधिकारिक पोर्टल https://jeeadv.ac.in/ पर अपलोड की जाएगी.


समान अंक होने पर रैंक कैसे निर्धारित होगी?


देश के टॉप इंस्टीट्यूट में एडमिशन पाने के लिए लगभग 2.5 लाख छात्र परीक्षा देते हैं. वहीं, यह एक बहुत ही सामान्य मामला है, जिसमें दो या दो से अधिक छात्र समान अंक प्राप्त करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस मामले में रैंक कैसे निर्धारित की जाती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, परीक्षा बोर्ड इस मुद्दे को हल करने के लिए टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी का उपयोग करता है.


जेईई एडवांस 2024: टाई-ब्रेकिंग प्रक्रिया के बारे में जानें


आईआईटी मद्रास ने हाल ही में एक ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें समान अंक होने पर रैंक निर्धारित करने के लिए टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी के बारे में बताया गया है. आइए पॉलिसी द्वारा रैंक निर्धारित करने के लिए अपनाए जाने वाले स्टेप्स पर नजर डालें.


स्टेप 1: अधिक पॉजिटिव मार्क्स पाने वाले उम्मीदवारों को हाई रैंक मिलेगी. हालांकि, अगर दोनों कैंडिडेट के पॉजिटिव मार्क्स सामान होते हैं, तो दूसरा स्टेप फॉलो किया जाता है.


चरण 2: वहीं, दूसरे स्टेप में, मैथ्स में ज्यादा अंक पाने वाले छात्र को हाई रैंक मिलेगी. अगर यह अभी भी बराबर है, तो फिजिक्स के अंकों को गिना जाएगा और अधिक अंक वाले उम्मीदवार को हाई रैंक दी जाएगी. वहीं, अगर यहां भी बराबरी बनी रहती है, तो उम्मीदवार को समान रैंक दी जाती है.