IAS Success Story: कौन हैं कुमार अनुराग, जो कॉलेज में हुए फेल पर UPSC में हासिल की 48वीं रैंक और बन गए IAS
IAS Kumar Anurag Success Story: अनुराग कहते हैं कि उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए नए सिरे से शुरुआत करें और अपनी पिछले एजुकेशनल बैकग्राउंड को नजरअंदाज कर दें. अगर आपको इस परीक्षा से जुड़े किसी भी विषय के बारे में पहले से नॉलेज नहीं है फिर भी आप इस परीक्षा को पास कर सकते हैं.
IAS Kumar Anurag Success Story: हम सभी जानते हैं कि यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा को पास करने का कोई सीधा-साधा मंत्र नहीं होता. इस परीक्षा को पास करने के लिए दृढ़ता और एकाग्रता की आवश्यकता होती है. इस साल यूपीएससी की सिविल सेवा प्रीलिम्स परीक्षा 2024 का आयोजन 26 मई को किया जाना है.से में कई महत्वाकांक्षी उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए लगन से तैयारी कर रहे हैं. हालांकि, आप यूपीएससी की इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए आईएएस कुमार अनुराग (IAS Kumar Anurag) की प्रेरक कहानी को पढ़कर प्रेरणा ले सकते हैं. उन्होंने साल 2018 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास कर ऑल इंडिया 48वीं रैंक हासिल की थी. वर्तमान में वह बिहार के भागलपुर में डीडीसी के पद पर तैनात हैं.
फेल होने के बावजूद सपनों का किया पीछा
अनुराग की आईएएस ऑफिसर बनने की कहानी काफी असाधारण है क्योंकि उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी कई असफलताओं को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया. उन्होंने कॉलेज में फेल होने के बावजूद हार नहीं मानी और अपने आईएएस बनने के सपने का पीछा किया और अंतत: आईएएस का पद हासिल कर दिखाया.
उठाया ये अहम कदम
अनुराग बिहार के कटिहार जिले के मूल निवासी हैं. अनुराग ने आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई हिन्दी मीडियम से पूरी की थी. इसके बाद हायर एजुकेशन के लिए उन्होंने अपना मीडियम बदल लिया. उन्होंने मीडियम बदलने के बाद काफी मेहनत की और कक्षा 10वीं और 12वीं में काफी अच्छा प्रदर्शन किया. हालांकि, उन्हें मीडियन बदलने के कारण काफी दिक्कत्तों का सामना भी करना पड़ा था.
यहां से हासिल की शिक्षा
बाद में वे अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए. यहां उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की. इसके बाद साल 2016 में उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की.
ये है आईएएस कुमार अनुराग की सफलता का मंत्र
अनुराग ने ने पोस्ट-ग्रेजुएशन में दाखिला लेने के बाद ही यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. अनुराग बताते हैं कि सिविल सर्विसेज टेस्ट में उनकी सफलता उनकी तैयारी और रणनीति का नतीजा थी. उन्होंने कहा, "उम्मीदवार इस परीक्षा के लिए नए सिरे से शुरुआत करें और अपनी पिछली शैक्षिक पृष्ठभूमि को नजरअंदाज कर दें. यहां तक कि अगर आपको इस परीक्षा से जुड़े किसी भी विषय के बारे में पहले से नॉलेज नहीं है फिर भी आप इस परीक्षा को पास कर सकते हैं. हालांकि, इस परीक्षा में किसी को भी जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए. बल्कि इसमें प्रत्येक विषय पर अच्छी तरह से रिसर्च करने की जरूरत है."