Rashtriya Indian Military College: अगर आप देश सेवा करने की इच्छा रखते हैं और भविष्य में आपका लक्ष्य नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में एडमिशन लेकर भारतीय सेना में शामिल होने का है, तो आप भारत के उस स्कूल में एडमिशन ले सकते हैं, जहां के करीब 80 प्रतिशत छात्रों का हर साल एनडीए में सेलेक्शन होता है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं भारत के देहरादून में स्थित राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) की, जो युवा कैडेट्स को सैन्य सेवा के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अगर आप भी यहां एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आप हमारे इस लेख में राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज से जुड़ी कुछ अहम डिटेल पा सकते हैं.


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1. उत्पत्ति और उद्देश्य:


- राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज की जड़ें प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल इंडियन मिलिट्री कॉलेज से जुड़ी हैं, जिसका उद्घाटन 13 मार्च, 1922 को वेल्स के राजकुमार प्रिंस एडवर्ड 8 द्वारा किया गया था.


- इस इंस्टीट्यूट का प्राथमिक उद्देश्य भारतीय युवाओं को उपयुक्त शिक्षा और ट्रेनिंग प्रदान करना था, जिससे रॉयल मिलिट्री कॉलेज, सैंडहर्स्ट में भेजे जाने वाले लड़कों के लिए हाई पास रेट सुनिश्चित की जा सके. यह पहल भारतीय सेना के ऑफिसर कैडर के लिए भारतीयकरण कार्यक्रम का हिस्सा थी.


2. एनडीए के लिए सेलेक्शन रेट:


- आरआईएमसी ने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में कैडेट भेजने के मामले में लगातार उत्कृष्ट परिणाम दिखाए हैं.


- हर एक कोर्स से लगभग 60-90% आरआईएमसी कैडेट सफलतापूर्वक एनडीए (NDA) में पहुंच जाते हैं, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है.


3. एडमिशन:


- अगर आप राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज में एडमिशन की सोच रहे हैं, तो यहां हर साल कक्षा 8 के लिए दो इंटेक में लगभग 50 छात्रों का चयन किया जाता है.


- आरआईएमसी में कठोर ट्रेनिंग और शिक्षा इन युवा उम्मीदवारों को भविष्य की सैन्य सेवा के लिए तैयार करती है.


4. एडमिशन प्रोसेस:


- इच्छुक उम्मीदवार आरआईएमसी से प्रॉस्पेक्टस-कम-एप्लिकेशन फॉर्म और पुराने क्वेश्चेन पेपर बुकलेट प्राप्त कर सकते हैं.


- एडमिशन प्रोसेस में एक कॉम्पिटिटिव एंट्रेंस टेस्ट शामिल होता है, और हर एक सेशन में लगभग 25 कैडेटों का चयन किया जाता है.