UPSC Success Story: जब एक जिले में होने वाले हर अच्छे बुरे काम की जिम्मेदारी आपके ऊपर होती है तो फिर आपको फैसले भी कड़े लेने होते हैं. IAS सूर्यपाल गंगवार इस समय लखनऊ के डीएम हैं. उन्होंने एक लेखपाल को सस्पेंड कर दिया है. क्योंकि उसका रिश्वत लेते हुए एक वीडियो उनके संज्ञान में आया था. 


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IAS सूर्यपाल गंगवार के यहां तक पहुंचने की यात्रा कठिन रही है. उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के बिथरी गांव में जन्मे गंगवार को बहुत कम उम्र में कई कठिनाइयों से गुजरना पड़ा. अपने बचपन को याद करते हुए सूर्य पाल ने बताया कि उनके पिता एक टीचर थे और एक शिक्षक का बेटा होने के कई फायदे और नुकसान भी हैं. गंगवार के मुताबिक, घर में वह कई डिसिप्लिन और नियमों से घिरे हुए थे. हालांकि, जब उनके पिता उनकी परीक्षा की कॉपियां चेक करते थे तो उन्हें अच्छा लगता था.


सूर्यपाल गंगवार ने कक्षा 5 तक की पढ़ाई लिखाई नवाबगंज कस्बे के एक निजी स्कूल से की. उसी के बाद, उन्हें बरेली में नए नवोदय विद्यालय में एनरोल किया गया. उन्होंने 12वीं कक्षा तक उसी स्कूल में पढ़ाई जारी रखी. बाद में, उन्होंने इंजीनियरिंग करने का फैसला किया और आईआईटी, रूड़की में एडमिशन ले लिया.


उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए आईआईटी में एडमिशन लिया और नौकरी का ऑप्शन चुना क्योंकि उनकी पारिवारिक परिस्थितियां इतनी अच्छी नहीं थीं कि वे आईएएस की तैयारी में योगदान दे सकें. 


अपनी यूपीएससी की तैयारी के दौरान वह एयर इंडिया लिमिटेड में काम करते थे. 2004 में पहली बार परीक्षा दी थी, लेकिन सफलता नहीं मिली. सूर्य पाल ने 2008 से 2009 तक इस विभाग में काम किया लेकिन उस साल फिर से परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने देश भर में 8वीं रैंक हासिल की और आईएएस बन गए.


किसे कर दिया सस्पेंड
राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर में तैनात लेखपाल प्रशांत सिंह का मंगलवार को एक वकील से सुविधा शुल्क के नाम पर पैसे लेने का वीडियो वायरल हो गया. वकील ने लेखपाल को दो हजार रुपए देते हुए कहा कि बहुत पैसा तो नहीं है लेकिन आपकी सेवा के लिए दे रहा हूं. वीडियो का संज्ञान लेते हुए डीएम सूर्यपाल गंगवार ने उसे सस्‍पेंड करने का आदेश दिया.


वकील ने यह भी कहा कि काम हो जाने पर बाद 1500 रुपये और देंगे. इस पर लेखपाल ने कहा ठीक है आपका काम हो जाएगा. डीएम ने कहा किसी को भी काम के लिए अफसर या कर्मचारी को पैसे देने की जरूरत नहीं है.