Vikas Divyakirti UPSC Rank: दृष्टि IAS के संस्थापक विकास दिव्यकिर्ति आजकल सुर्खियों में हैं. दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे में 3 स्टूडेंट्स की जान चली गई थी. इस पर उन्होंने स्टूडेंट्स के गुस्से को सही ठहराया और कोचिंग संस्थानों के लिए सुरक्षा नियमों को साफ करने की जरूरत पर जोर दिया. आज हम आपको विकास दिव्यकीर्ति के बारे में बता रहे हैं कि उन्होंने कहां से पढ़ाई की है. कैसे कोचिंग शुरू की.


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विकास दिव्यकिर्ति का जन्म 26 दिसंबर, 1973 को हरियाणा के भिवानी में हुआ था. वे UPSC की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के बीच काफी जाने जाते हैं. डीएनए के मुताबिक उन्होंने 1996 में पहली ही कोशिश में सिविल सेवा परीक्षा में 384वीं रैंक हासिल कर बड़ी कामयाबी पाई. उन्हें CISF कमांडेंट का पद मिला, लेकिन उन्हें इसमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं थी, और ऊपर से वे मेडिकल मानकों को पूरा नहीं कर पाए. बाद में उन्होंने गृह मंत्रालय में एक डेस्क अधिकारी के रूप में काम किया. लेकिन, उन्होंने 1997 में यह पद छोड़ दिया.


विकास दिव्यकिर्ति ने नौकरी छोड़ने का फैसला एजुकेशन के फील्ड में करियर बनाने की इच्छा के कारण लिया, न कि सिविल सेवा में बने रहने के लिए. जब उन्होंने नौकरी छोड़ी थी, तब उनके पास UPSC परीक्षा के लिए चार और अटेंप्ट थे, और वे पहले से ही दिल्ली के एक कॉलेज में पढ़ा रहे थे. मंत्रालय छोड़ने के बाद उन्होंने 1999 में दृष्टि IAS की स्थापना की, जो तब से भारत में सिविल सेवा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए प्रमुख कोचिंग संस्थानों में से एक बन गया है.


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कहां से और कितनी की है पढ़ाई
विकास दिव्‍यकीर्ति के बारे में विकीपीडिया पर जो जानकारी उपलब्‍ध है, उसके मुताबिक उनकी शुरुआती पढ़ाई सरस्‍वती शिशु मंदिर में हुई. इसके बाद उन्‍होंने जाकिर हुसैन दिल्‍ली कॉलेज से बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स) में एडमिशन लिया, लेकिन बाद में उन्‍होंने दिल्‍ली यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ ऑटर्स की डिग्री ली. इसके बाद विकास दिव्‍यकीर्ति ने हिन्‍दी साहित्‍य विषय में पोस्‍ट ग्रेजुएशन किया. इस दौरान उन्‍होंने पहले साल में टॉप सेकंड रैंक हासिल किया था. साल 1995 में विकास दिव्‍यकीर्ति ने अपना पोस्‍ट ग्रेजुएशन कंपलीट किया.  इसके अलावा विकास दिव्‍यकीर्ति ने बैचलर ऑफ लॉ, मास्‍टर ऑफ साइकोलॉजी भी किया  उन्‍होंने दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से ही हिन्‍दी साहित्‍य में पीएचडी भी किया है.


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