Success Story: पहले अटेंप्ट में क्लीयर नहीं हुआ UPSC तो ठान लिया बनना तो IAS ही है फिर नौकरी छोड़कर की तैयारी
Who is IAS Neha Bhosle: अपने पहले अटेंप्ट के बाद नेहा ने 2017 में अपनी नौकरी छोड़ दी. क्योंकि वह पहली बार में यूपीएससी परीक्षा पास नहीं कर पाई थीं.
IAS Success Story: दुनिया की सबसे कठिन भर्ती परीक्षा मानी जाने वाली यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए हर साल कई उम्मीदवार कई चुनौतियों का सामना करते हैं. लोग इसकी तैयारी के लिए अपने जीवन के कई साल समर्पित कर देते हैं और ऐसे कई उदाहरण भी हैं, जहां उम्मीदवारों ने आईएएस/ आईपीएस बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए फुल टाइम जॉब के साथ तैयारी की है. ऐसी ही एक प्रेरणादायक जर्नी है IAS नेहा भोसले की. वह जो भी काम करती हैं, उसमें सफल होने का उनका दृढ़ संकल्प वाकई प्रेरणादायक है.
आईएएस नेहा भोसले: एजुकेशनल बैकग्राउंड
मुंबई में जन्मी और पली-बढ़ी नेहा भोसले हमेशा से ही पढ़ाई में रुचि रखती थीं. उन्होंने कक्षा 11वीं और 12वीं में साइंस सब्जेक्ट चुना और बाद में मुंबई यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की.
आईएएस नेहा भोसले: एमबीए का सफर
इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद, नेहा ने CAT परीक्षा में 99.36 पर्सेंटाइल हासिल किए और प्रतिष्ठित IIM लखनऊ में सीट हासिल की, जहां उन्होंने MBA किया. MBA के बाद, उन्होंने एक प्रमुख भारतीय समूह में तीन साल तक काम किया. काम करने के दौरान, नेहा में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करने का जुनून पैदा हुआ और उन्होंने अपनी तैयारी शुरू कर दी.
2017 में, जब नेहा अभी भी फुल टाइम नौकरी में थीं, तब उन्होंने पहली बार यूपीएससी परीक्षा देने का प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो पाईं. हालांकि, इस असफलता ने उनके संकल्प को और मजबूत किया और उन्होंने अपने प्रयासों को दोगुना करने का फैसला किया.
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अपने पहले प्रयास के बाद, नेहा ने 2017 में अपनी नौकरी छोड़ दी और खुद को पूरी तरह से अपनी पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया. 2019 में अपने तीसरे अटेंप्ट में, उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास किया, जिसमें उन्हें 15वीं रैंक (एआईआर) मिली. आज, आईएएस नेहा भोसले एसडीओ, सहायक कलेक्टर और परियोजना अधिकारी, आईटीडीपी, किनवट, नांदेड़, महाराष्ट्र के रूप में कार्यरत हैं.
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