UPSC Preeti Sudan: 2022 से यूपीएससी मेंबर, 1983 बैच की आईएएस अधिकारी और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं. कल 1 अगस्त 2024 से वह इस पद को संभालेंगी. उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हो रही है, जब यूपीएससी को परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडेकर द्वारा पेश रिकॉर्ड में कथित हेराफेरी को लेकर चल रहे विवाद का सामना करना पड़ रहा है. सूडान की पदोन्नति यूपीएससी के अध्यक्ष महेश सोनी के अचानक इस्तीफे के बाद हुई है, जिन्होंने हाल ही में व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया था.


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आंध्र प्रदेश कैडर के अधिकारी, सूडान ने पहले महिला एवं बाल विकास और रक्षा मंत्रालय के अलावा खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में भी काम किया है. उन्हें प्रमुख बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और आयुष्मान भारत मिशन के अलावा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, एलाइड हेल्थ प्रोफेशनल आयोग और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध पर कानून बनाने का क्रेडिट दिया जाता है.


सूडान ने तंबाकू नियंत्रण पर फ्रेमवर्क कन्वेंशन के सीओपी-8 के अध्यक्ष और महामारी की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए डब्ल्यूएचओ के इंडिपेंडेंट पैनल के मेंबर के रूप में भी काम किया है. इसके अलावा, सूदन ने वर्ल्ड बैंक के साथ सलाहकार के रूप में काम किया है.


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यूपीएससी का नेतृत्व एक अध्यक्ष द्वारा किया जाता है और इसमें अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं. सूदन की नियुक्ति के बाद भी आयोग में चार सदस्यों की वैकेंसी है. आयोग के प्रत्येक सदस्य का कार्यकाल छह साल के लिए या 65 साल की आयु, जो भी पहले पूरी हो तक होता है.


जुलाई 2020 में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के पद से रिटायर हुईं सूदन को सरकारी प्रशासन के अलग अलग क्षेत्रों में लगभग 37 साल का एक्सपीरिएंस है. सूदन ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से अर्थशास्त्र में एम.फिल. और सामाजिक नीति एवं नियोजन में एम.एससी. की डिग्री प्राप्त की है.


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