Indian Railway Interesting Facts: आपने अपने जीवन में कम से कम एक बार ट्रेन से यात्रा तो की ही होगी. दरअसल, हममें से कुछ लोग साप्ताहिक या मासिक आधार पर भी ट्रेन से यात्रा करते हैं. उस दौरान आपने गौर किया होगा कि ट्रेन के कोच के प्रवेश द्वार के पास वाली खिड़की में बाकी खिड़कियों के मुताबले ज्यादा रॉड लगी होती है. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है? अगर नहीं, तो आइये आज हम आपको इसके पीछे की उस वजह के बारे में बताते हैं.


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ऊपर दी गई तस्वीर पर नजर डालें
इसके लिए आप खबर में ऊपर दी गई तस्वीर पर एक नजर डालें और कोच के दरवाजे के पास वाली खिड़की में उपयोग की जाने वाली रॉड की संख्या पर ध्यान दें. आपको नजर आएगा कि गेट के पास वाली खिड़की पर बाकी अन्य खिड़कियों पर लगी रॉड के मुकाबले अधिक रॉड लगी हुई है. अब आप यह सोच रहे होंगे कि रेलवे आखिर ऐसा क्यों करता है.


इस कारण से लगाई जाती है ज्यादा रॉड
दरअसल, जब भी कभी ट्रेन स्टेशन पर या आउटर पर खड़ी होती थी, तो उस समय खिड़कियों से सामान के चोरी करके भागने की कमप्लेन खूब आती थी. यह चोरी खासकर ट्रेन के कोच के गेट के पास वाली खिड़की से ज्यादा होती थी, क्योंकि आउटर पर खड़ी ट्रेन पर चोर गेट की सीढ़ियों के सहारे चढ़कर अक्सर इन खिड़कियों मे हाथ डालकर सामान चुरा लेते थे. जबकि, बाकी खिड़कियों की हाईट जमीन से अधिक होने और गेट की सीढ़ियों का सहारा ना होने के कारण वहां से चोरी नहीं हो पाती थी. इसलिए इन चोरियों को कम करने के लिए रेलवे ने कोट के गेट के पास वाली खिड़कियों पर ज्यादा रॉड लगाने का फैसला किया और इसका परिणाम यह रहा कि चोरी के मामलों में पहले के मुकाबले काफी कमी आई.