Mother`s Day 2024: मई के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है मदर्स डे?
Mother`s Day 2024: दुनियाभर से 50 से अधिक देशों में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर इस खास दिन को मनाने के लिए मई के दूसरे रविवार को ही क्यों चुना गया.
Why Mother's Day Celebrate on Second Sunday of May: हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनियाभर में मदर्स डे (Mother's Day) मनाया जाता है. इस दिन मां को सम्मान देने के लिए विश्व स्तर पर मदर्स डे मनाया जाता है. इस साल मदर्स डे 12 मई यानी आज मनाया जा रहा है. इस दिन बच्चे अपनी मां को उपहार, कार्ड और अन्य अच्छी चीजें देकर उनके प्रति अपना प्यार और आभार व्यक्त करते हैं. यह हमारी मां द्वारा हर दिन किए जाने वाले प्रयास, बलिदान और प्यार की सराहना करने का मौका है. यह दिन दुनिया भर के 50 से अधिक देशों में मनाया जाता है. हालांकि, अब सवाल यह है कि आखिर मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है? अगर आप सिर्फ मदर्स डे मना रहे हैं, लेकिन आपको यह नहीं पता कि आखिर मदर्स डे मई के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है, तो आप इसका जवाव नीचे जान सकते हैं.
मई के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है Mother's Day?
दरअसल, 12 मई, 1905 को अमेरिका के फिलाडेल्फिया में रहने वाली एना जार्विस की मां की मृत्यु हो गई थी, जिन्होंने अपना पूरा जीवन महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा और गुलामी को खत्म करने में लगा दिया. ऐसे में एना जार्विस ने अपनी मां की विरासत को आगे बढ़ाने और उन्हें श्रद्धांजली देने के लिए इस दिए को एक खास दिन के तौर पर मनाने का निर्णय लिया. इसके लिए उन्होंने मई 1908 में ग्राफ्टन, वेस्ट वर्जीनिया में पहला औपचारिक मदर्स डे समारोह आयोजित किया और इस तरह पहला मदर्स डे 1908 में अमेरिका में मनाया गया.
वहीं, इसके तुरंत बाद, यह एक पूर्ण आंदोलन में बदल गया. एना और उनके दोस्तों ने अमेरिका में प्रमुख हस्तियों को पत्र लिखकर उस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की. इस मेहनत का फल भी एना को मिला और 1911 तक यह मांग देश के हर राज्य में फैल गई.
अंततः 1914 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन (Woodrow Wilson) ने मई के दूसरे रविवार को Mother's Day के रूप में मनाये जाने की घोषणा की, क्योंकि इसी दिन एना की मां ने अपना आखिरी सांस ली थी. यह उत्सव तेजी से राष्ट्रीय सीमाओं से परे और अन्य देशों में भी फैल गया और आज दुनियाभर के 50 से अधिक देशों में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है.