बेरोजगारी के खिलाफ हरियाणा में एक युवा ने साहसिक कदम उठाया है. 35 वर्षीय कैप्टन योगेश कुमार ने एयर इंडिया में पायलट की अपनी नौकरी छोड़कर बेरोजगारी को खत्म करने की मुहिम की शुरुआत की है. उन्होंने हाल ही में सफीदों विधानसभा में एक रोजगार मेले का आयोजन किया, जहां कई बड़ी कंपनियों ने युवाओं को वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से तुरंत नौकरी दी. कैप्टन योगेश का कहना है कि वे युवा हैं और युवाओं के दर्द को भली-भांति समझते हैं.


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर योगेश कुमार ने इस विशाल रोजगार मेले का आयोजन किया, जिसमें 2000 से अधिक युवाओं ने मुफ्त पंजीकरण कराया था. जींद बाईपास रोड स्थित एनकेवी मेंशन में पूरे दिन चले इंटरव्यू के दौरान 1000 से ज्यादा युवाओं का चयन विभिन्न कंपनियों द्वारा किया गया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना था.


टॉप क्लास कंपनियों का हुआ प्लेसमेंट
इस रोजगार मेले में पेटीएम, एयरटेल, फ्लिपकार्ट, स्विगी, ब्लिंकिट, जी4एस, बजाज मोटर्स, मारुति सहित 20 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया. चयनित हुए युवाओं के चेहरे पर नौकरी पाने की खुशी साफ नजर आई. उन्होंने कैप्टन योगेश कुमार की सराहना करते हुए कहा कि इस आयोजन ने उनके जीवन में नई रोशनी लाई है. कैप्टन योगेश कुमार ने बताया कि क्षेत्र में दौरे के दौरान उन्हें बेरोजगारी की समस्या का गहराई से अहसास हुआ था. इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया.


समाज सेवा में आएं कैप्टन योगेश
सफीदों के रहने वाले कैप्टन योगेश कुमार एयर इंडिया में मुख्य पायलट थे और उनका एनुअल पैकेज 1.25 करोड़ था. हालांकि, उन्होंने अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए समाज सेवा में आने का फैसला किया. राजनीति में उनकी शुरुआत बीजेपी से हुई और वे सफीदों विधानसभा से टिकट के दावेदार हैं. यह महत्वपूर्ण है कि बीजेपी ने अब तक इस सीट पर कभी जीत हासिल नहीं की है.


भविष्य की योजनाएं
कैप्टन योगेश कुमार की योजना है कि वे आगे भी ऐसे रोजगार मेलों का आयोजन करते रहेंगे ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिल सकें. उन्होंने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य केवल नौकरी दिलाना नहीं है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें.


सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक कदम
कैप्टन योगेश कुमार का यह कदम न केवल उनके क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे हरियाणा के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल है. उन्होंने साबित किया है कि अगर इच्छाशक्ति और समर्पण हो, तो कोई भी व्यक्ति बड़े से बड़ा बदलाव ला सकता है. उनकी इस मुहिम ने न केवल कई युवाओं को रोजगार दिया है, बल्कि उनके जीवन में नई उम्मीदें भी जगाई हैं.