UPSC परीक्षा में सफलता के लिए जरूरी नहीं कोचिंग, IAS तेजस्वी राणा ने किया साबित!
IAS Tejasvi Rana: तेजस्वी राणा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के बेसिक को कवर करने के लिए कक्षा 6 से 12 तक की NCERT किताबों को इकट्ठा किया और इन्हें अच्छी तरह से पढ़कर अपने बेसिक्स में सुधार किया था.
IAS Tejasvi Rana Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को यह जरूर पता होना चाहिए कि भारत में इस सबसे कठिन परीक्षा को वे कड़े परिश्रम और दृढ़ संकल्प के साथ ही पास कर सकते हैं. यूपीएससी प्रीलिम्स 2024 की परीक्षा, जो इस साल 26 मई 2024 को होने वाली है, उसके लिए वर्तमान में लाखों भारतीय उम्मीदवार तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में इस परीक्षा को क्रैक कर चुके कुछ आईएएस और आईपीएस ऑफिसर्स की प्रेरणा भरी कहानी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को काफी मोटिवेट करती है. इसलिए, आज हम आपको एक ऐसी ही आईएएस ऑफिसर के बारे में बताएंगे, जिन्होंने न केवल यूपीएससी परीक्षा बिना कोचिंग के पास की बल्कि ऑल इंडिया 12वीं रैंक भी हासिल की थी.
दूसरे प्रयास में हासिल की सफलता
दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईएएस ऑफिसर तेजस्वी राणा की. डीएनए की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएएस ऑफिसर तेजस्वी राणा ने साल 2015 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी और उन्होंने पहले ही प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा क्रैक भी कर डाली थी, लेकिन वह मेंस परीक्षा में पास नहीं हो पाई थीं. इसके बाद उन्होंने साल 2016 में अपना दूसरा अटेंप्ट दिया, जिसमें वह सफल रही और उन्होंने ऑल इंडिया 12वीं रैंक हासिल करते हुए आईएएस ऑफिसर का पद प्राप्त कर लिया.
बता दें कि तेजस्वी राणा कुरुक्षेत्र, हरियाणा की मूल निवासी हैं. वह हमेशा से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहती थी, इसलिए इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने जेईई (JEE) की परीक्षा दी. परीक्षा पास कर उन्होंने IIT कानपुर में एडमिशन लिया. इंजीनियरिंग के दौरान ही, उनके मन में UPSC के लिए एक मजबूत रुचि विकसित हुई, जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने का निर्णय लिया.
UPSC प्रीलिम्स के लिए IAS तेजस्वी राणा की रणनीति
तेजस्वी ने परीक्षा के बेसिक को कवर करने के लिए कक्षा 6 से 12 तक की NCERT पाठ्यपुस्तकों को इकट्ठा करने से पहले यूपीएससी के सिलेबस की सावधानीपूर्वक समीक्षा की थी. उन्होंने इन किताबों को अच्छी तरह से पढ़कर अपने बेसिक्स में सुधार किया था. इसके बाद उन्होंने स्टैंडर्ड किताबें लीं और ऑप्शनल सब्जेक्ट पर ध्यान से विचार किया. वह ज्यादा से ज्यादा सेल्फ स्टडी करती थीं और साथ ही अपने कार्यक्रम में सुधार करते हुए संक्षिप्त नोट्स भी तैयार करती थी. उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली थी.
इस बीच, उन्होंने प्रश्नों के उत्तर लिखने का अभ्यास भी किया और मॉक टेस्ट देकर अपनी तैयारी का मूल्यांकन भी किया. इसके अलावा इंटरनेट की सहायता से उन्होंने अपने खुद के नोट्स बनाकर तैयार किए और अपने उद्देश्य की दिशा में काम करते हुए खुद को भी तैयार किया.
यूपीएससी उम्मीदवार के लिए तेजस्वी राणा की सलाह
तेजस्वी का कहना है कि यूपीएससी में सफल होने के लिए व्यक्ति को जरूरी प्रयास करना चाहिए और परीक्षा के प्रति समर्पण भी दिखाना चाहिए. उम्मीदवारों को सही रास्ते पर रहते हुए तैयारी के लिए बेहतर संसाधनों का उपयोग करना चाहिए और समय-समय पर अपनी प्रोग्रेस का मूल्यांकन भी करते रहना चाहिए. क्योंकि यह आपकी परीक्षा को लेकर सटीक स्थिति को प्रकट करेगा, जिससे आप भविष्य में आवश्यक सुधार कर सकेंगे और अधिक प्रभावी तरीके से पुनः प्रयास कर सकेंगे. वहीं, तेजस्वी धैर्य के साथ प्रयास करने और असफलताओं से घबराने से बचने की सलाह भी देती हैं.