IAS ID Card: UPSC देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. इसे क्लियर करने के बाद ही देश और विदेश मे सरकार के अलग अलग विभागों में उच्च पदों पर नौकरी मिलती हैं. इसे ही क्वालिफाई करने के बाद IAS, IPS और IRS के पद पर नौकरी मिलती है. आज हम आपको इससे जुड़ी एक इंट्रेस्टिंग चीज के बारे में बता रहे हैं. वह है इसका आईडी कार्ड. कैंडिडेट्स जब UPSC एग्जाम क्लियर कर लेते हैं तो उन्हें ट्रेनिंग के लिए LBSNAA (Lal Bahadur Shastri National Academy Of Administration) जाना होता है. लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में ही कैंडिडेट्स को अलग अलग चीजें सिखाई जाती हैं जोकि आगे चलकर जब फील्ड में जाते हैं तो उनके काम आती है. 


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जब LBSNAA में कैंडिडे्टस प्रशिक्षण लेने के लिए जाते हैं तो उन्हें वहां एक आईडी कार्ड भी दिया जाता है. जिस पर कैंडिडेट्स की जानकारी दी गई होती हैं. जिस पर सबसे ऊपर लिखा होता है भारत सरकार Government of India इसके नीचे लिखा होता है, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग Department of Personnel And Training. इसके नीचे कैंडिडेट्स का नाम इंग्लिश और हिंदी दोनों में लिखा होता है और कैंडिडेट के नाम के सामने IAS, IPS जो भी हो वह लिखा होता है. नाम के नीचे एक तरफ आईडी नंबर और एक तरफ कार्डधारक के साइन होते हैं और सबसे नीचे अंग्रेजी में Lal Bahadur Shastri National Academy Of Administration लिखा होता है.


यह मसूरी (उत्तराखण्ड) में है. इसकी स्थापना सन 1959 में आई.ए.एस. ट्रेनिंग स्कूल, दिल्ली तथा आई.ए.एस. स्टाफ कॉलेज, शिमला को मिलाकर 'नैशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन' के रूप में हुई.   15 अप्रैल 1958 को तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने लोकसभा में घोषणा की कि सरकार एक राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी स्थापित करेगी, जहां सभी रंगरूटों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.


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