Indian Army Officer Job Without NDA/CDS: भारतीय जल, थल या वायु सेना में अफसर बनने के लिए युवाओं को एनडीए, सीडीएस के एग्जाम में हिस्सा लेना जरूरी होता है. हालांकि, बहुत से युवाओं को यह नहीं पता होगा कि बगैर एनडीए, सीडीएस के भी आप अपना यह सपना पूरा कर सकते हैं.


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यूपीएससी (UPSC) की ओर से भारतीय सेना में ऑफिसर भर्ती के लिए एनडीए और सीडीएस परीक्षाओं आयोजन किया जाता है. इसके अलावा भी कई और रास्ते हैं, जिनके जरिए आप इंडियन आर्मी, एयरफोर्स और नेवी में ऑफिसर बन सकते हैं. यहां जानिए भारतीय सेना में बतौर ऑफिसर नियुक्त होने के अन्य विकल्पों के बारे में...


एयरफोर्स कॉमन एजमिशन टेस्ट (AFCAT)
AFCAT एग्जाम साल में दो बार होता है, जिसमें ग्रेजुएट्स और ग्रेजुएशन फाइनल ईयर के स्टूडेंट हिस्सा ले सकते हैं. इसमें आवेदकों की आयु सीमा फ्लाइंग और टेक्नीकल ब्रांच के लिए 19-24 निर्धारित है. जबकि, नॉन टेक्नीकल ब्रांच के लिए अधिकतम आयु 26 साल है.


इसमें फ्लाइंग ब्रांच के लिए बीटेक में कम से कम 60 फीसदी अंक होने जरूरी है. इसके जरिए युवा वायुसेना के अलग-अलग ब्रांच में अफसर बनते हैं. रिटन एग्जाम के बाद एसएसबी और मेडिकल टेस्ट देना पड़ता है.


टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स (TGC)
टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स करने के लिए बीई/बीटेक या फाइनल ईयर स्टूडेंट आवेदन कर सकते हैं. इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करने की आयु सीमा 20 से 27 तय की गई है. एसएसबी और मेडिकल के बाद ऑफिसर के तौर पर कैंडिडेट्स को इंडियन मिलिट्री एकेडमी जॉइन कने का मौका है. 


शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्नीकल 
शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्नीकल के लिए इंजीनियरिंग या फाइनल ईयर के स्टूडेंट अप्लाई कर सकते हैं. इसमें मेल कैंडिडेट्स और  फीमेल कैंडिडेट्स के लिए अलग-अलग आयु सीमा तय की गई है. इस भर्ती प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन, एसएसबी और मेडिकल राउंड से गुजरना पड़ता है. इस परीक्षा का कट-ऑफ एसएसबी के बाद जारी किया जाता है. इसमें चयनित कैंडिडेट्स सीधे अफसर बनते हैं.