MBBS Course in Hindi: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्य के मेडिकल एजुकेशन मिनस्टर विश्वास कैलाश सारंग की मौजूदगी में भोपाल में एमबीबीएस कोर्सेज की किताबों के भारत के पहले हिंदी वर्जन का विमोचन कर दिया है. इसके पीछे का उद्देश्य गैर-अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा को आसान बनाना है.


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गृह मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत पीएम मोदी ने हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं पर ज्यादा जोर दिया है. यह एक ऐतिहासिक फैसला है. यह दिन इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा क्योंकि यह भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी दिन है.


हम (हिंदी में मेडिकल एजुकेशन) किताबें जो हमने तैयार की हैं, अन्य राज्यों के साथ शेयर करेंगे. मैं इसे लेकर सभी राज्यों के सीएम से मिलूंगा. हमारे पास जो कुछ भी है, हम दूसरों को देंगे और अगर वे (अन्य राज्य) किसी भी चीज में अच्छा करते हैं, तो हम उनसे लेंगे.


एबीबीएस की किताबों का हिंदी अनुवाद करने के प्रोजेक्ट का नाम मंदार है. मंदार का आशय है कि जिस प्रकार समुद्र मंथन से मंदार पर्वत के सहारे अमृत निकला था उसी तरह अंग्रेजी किताबों का अनुवाद हिंदी में किया गया है. मेडिकल एजुकेशन मिनिस्टर विश्वास सारंग ने बताया कि 97 डॉक्टर्स की टीम ने चार महीने में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की किताबें तैयार की हैं. इनमें एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री शामिल हैं. रात में भी शिक्षकों ने काम किया. 


अनुवाद में रखा गया इस बात का ख्याल
मेडिकल की अंग्रेजी किताबों का हिंदी में अनुवाद करते समय इस बात का ख्याल रखा गया है कि शब्द के मायने हिंदी में ऐसे न बदल जाएं कि समझना मुश्किल हो जाए. जैसे स्पाइन को हिंदी में मेरुदंड नहीं लिखा गया है. MBBS फर्स्ट ईयर की 3 किताब बायोकेमिस्ट्री, फिजियोलॉजी और एनाटॉमी को देवनागरी लिपि में तैयार किया गया है. जिनके हिन्दी में शब्द उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें देवनागरी में लिखा है.


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