Benefits of Having Mentor: पहले लोगों के पास 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए सीमित विकल्प हुआ करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में एजुकेशन फील्ड में काफी तेजी से बदलाव हुए और लोगों के लिए कई क्षेत्रों में आगे बढ़ने के रास्ते खुलते गए. इससे युवाओं को फायदा तो बहुत है, लेकिन इस नुकसान यह होता है कि इतने करियर ऑप्शन को देख ज्यादातर युवा कंफ्यूज हो जाते हैं कि किस फील्ड में आगे बढ़ना चाहिए. 


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अगर आपके सामने भी ऐसी कोई परेशानी है तो आप एक अच्छे मेंटॉर की सलाह ले सकते हैं, जो आपके लिए बेहतर साबित हो सकती है, लेकिन सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि करियर डेवलपमेंट के लिए किसे अपना मेंटॉर चुन सकते हैं. यहां जानिए कि आप कैसे अपने लिए बेहतर मेंटॉर चुन सकते हैं...


आपके पास मेंटॉर होने के ये होते हैं फायदे
इस विषय पर हुई कई स्टडीज में सामने आया है कि ऐसे स्टूडेंट्स, एस्पिरेंट्स और इंप्लॉई, जिन्हें मेंटरिंग मिलती है, वे दूसरों की अपेक्षा पांच गुना ज्यादा बार प्रमोट हो पाते हैं. उनमें अपनी पढ़ाई या नौकरी को लेकर ज्यादा सटिस्फेक्शन रहता है. इससे उन्हें अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बढ़िया बैलेंस बनाने में भी आसानी होती है.


क्या होती है मेंटरिंग? 
एक अनुभवी पेशेवर या सलाहकार मेंटॉर कहलाते हैं. आप इनसे करियर ग्रोथ और पर्सनालिटी डेवलपमेंट या किसी और महत्वपूर्ण विषय पर सलाह ले सकते हैं. एक अच्छे मेंटॉर की राय समय पर गोल्स तय करने और उन्हें पाने में बहुत मददगार साबित होती हैं.


इन्हें चुन सकते हैं अपना मेंटॉर  
किसी ऐसे सीनियर परसन को अपना मेंटॉर बनाएं, जो आपकी फील्ड के बारे में बेहतर जानते हो और अच्छी समझ रखते हों. जो करियर में सफल हो और इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान रखते हों. उनके एक्सपीरियंस आपकी मुश्किलें आसान कर सकते हैं.


मेंटॉर चुनते समय इन बातों पर करें विचार 


  • आपके करियर और पर्सनालिटी को मेंटॉर की कितनी जरूरत है? 

  • आप जिसे मेंटॉर के रूप में देखते हैं, क्या वह व्यक्ति आपकी कितनी हेल्प कर पाएगा? 

  • पहले आप अपने गोल खुद तय करें. 

  • आपका मेंटॉर आपका फेवरेट टीचर, ट्यूशन टीचर, बड़े भाई-बहन या कोई फैमिली मेंबर भी हो सकते हैं. 

  • अपने नेटवर्क में ऐसे सीनियर और सफल लोगों के बारे में और रिसर्च करें. इससे आपका कॉन्टैक्ट सर्किल और अनुभवी व्यक्ति से संपर्क होने की संभावनाएं बढ़ेगी. 


समय-समय पर उनसे मिलना जरूरी
मेंटॉर को अपनी अचीवमेंट के बारे में भी बताते रहें. इस तरह वे करियर में आपकी जरूरतों और मजबूती को बेहतर तरीके से समझकर सलाह दे पाते हैं. अपने गोल्स, फ्यूचर और नजरिए के बारे में बताएं. इससे मेंटॉर को भी यह समझने का मौका मिलता है उनकी सलाह आपके लिए कितनी मददगार साबित हो सकती है.