UGC NET PhD Entrance Exam 2024: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने एक बड़ा फैसला लिया है. इसके मुताबिक यूजीसी ने यह ऐलान किया है कि राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा नेट के स्कोर एकेडमिक ईयर 2024-25 पीएचडी में एडमिशन के लिए मान्य होंगे. यूजीसे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप यह फैसला लिया गया है. अब तक विश्वविद्यालय अपने अलग-अलग पीएचडी में प्रवेश के लिए एंट्रेस एग्जाम आयोजित कराते थे, जिससे स्टूडेंट्स को अलग-अलग परीक्षाओं में शामिल होना पड़ता था.


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एकेडिक सेशन 2024-25 से नेट स्कोर को मान्यता


नेट की परीक्षा साल में दो बार जून और दिसंबर में आयोजित की जाती है. इसके स्कोर के जरिए जूनियर रिसर्च फेलोशिप दी जाती है. वहीं, मास्टर डिग्री वाले लोगों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति की पात्रता के लिए नेट के स्कोर जरूरी है. यूजीसी ने कहा है कि एकेडिक सेशन 2024-25 से पीएचडी में दाखिले के लिए भी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) स्कोर को मान्यता दी जाएगी. इससे यूनिवर्सिटीज और हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स को अलग-अलग प्रवेश परीक्षाएं आयोजित नहीं करनी पड़ेंगे.


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विशेषज्ञों से सलाह के बाद लिया ये निर्णय


यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन के अधिकारियों के मुकाबिक यूजीसी ने परीक्षा के प्रावधानों की समीक्षा के लिए विशेषज्ञ समिति का गठित की थी. पैनल की सिफारिशों के आधार पर फैसला लिया है कि 2024-25 से पीएचडी में एडमिशन के लिए नेट स्कोर का इस्तेमाल किया जा सकता है. 


यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार का कहना है, "साल में दो बार आयोजित होने वाली नेट परीक्षा का लाभ उठाकर विश्वविद्यालय छात्रों को ज्यादा सहूलियत प्रदान कर सकते हैं, जिससे वे विभिन्न संस्थानों में पीएचडी कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के लिए किसी भी सत्र से अपने स्कोर का उपयोग कर सकते हैं."


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परीक्षा प्रबंधन और खर्च का बोझ होगा कम 


यूजीसी अध्यक्ष का कहना है कि इससे स्टूडेंट्स को अलग-अलग यूनिवर्सिटीज की ओर से आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी से राहत मिलेगी. साथ ही ऐसा होने से बार-बार परीक्षा के प्रबंधन और खर्च का बोझ कम हो जाएगा. 


यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार  ने कहा,"हम सभी विश्वविद्यालयों को 2024-2025 शैक्षणिक सत्र से शुरू होने वाले पीएचडी प्रवेश के लिए नेट परीक्षा स्कोर अपनाने के लिए दृढ़ता से प्रोत्साहित करते हैं."