UPSC Success Story: गोल्ड मेडलिस्ट IPS अफसर ने फिल्मों में भी किया काम, ऐसी है पुलिस ऑफिसर बनने की कहानी
Gold Medalist IPS Officer: यूपीएससी सीएसई की तैयारी को बहुत कठिन माना जाता है, लेकिन इन मुश्किलों के बीच कई टैलेंटेड लोग होते हैं, जो अपनी पहचान बनाते हैं. इन्हीं में से एक हैं आईपीएस अधिकारी सिमाला प्रसाद. प्रसाद ने यूपीएससी सीएसई की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली और सेल्फ स्टडी ही की. वह मध्य प्रदेश कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं.
आईपीएस ऑफिसर सिमाला प्रसाद का जन्म 8 अक्टूबर 1980 को मध्य प्रदेश के भोपाल हुआ था. आईपीएस अधिकारी ने सेंट जोसेफ को-एड स्कूल से पढ़ाई की. उन्होंने बीकॉम की पढ़ाई की, जिसके बाद उन्होंने बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी, भोपाल से समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. वह कॉलेज में गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुकी हैं.
कॉलेज खत्म करने के बाद उन्होंने डीएसपी में नौकरी कर ली. डीएसपी में काम करते हुए प्रसाद ने यूपीएससी की परीक्षा पास की. इसके अलावा, उसने पहले ही अटेंप्ट में UPSC सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक कर लिया. उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली और नौकरी करते हुए सेल्फ स्टडी की.
सिमाला प्रसाद ने एक फिल्म में भी काम किया है. उन्होंने फिल्म अलिफ में शम्मी का किरदार निभाया, जिसे 2016 के क्वींसलैंड के भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में प्रदर्शित किया गया था और बाद में 2017 में रिलीज किया गया था. इसके बाद सिमाला ने 2019 में रिलीज हुई फिल्म 'नक्कश' में भी काम किया था.
उन्होंने अपने स्कूल के दिनों में हमेशा डांस और एक्टिंग कार्यक्रमों में भाग लिया. सिमाला प्रसाद के पिता आईएएस अधिकारी और सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद व मां मेहरून्निसा परवेज जानी-मानीं साहित्यकार हैं. सिमाला ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की एमपी पीएससी परीक्षा भी क्वालीफाई की.
पीएससी की परीक्षा पास करने के बाद सिमाला प्रसाद की पहली पोस्टिंग डीएसपी के तौर पर हुई थी. सिमाला प्रसाद का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह सिविल सर्विस में जाना चाहती हैं, लेकिन उनके घर के माहौल ने उनमें आईपीएस बनने की इच्छा जगा दी.
आईपीएस सिमाला प्रसाद सोशल मीडिया में भी एक्टिव रहती हैं और वह बीच बीच में इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो शेयर करती रहती हैं.