CUET-UG 2024 Score Normalisation Process: कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट-यूजी (CUET-UG) और नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) के लिए अंकों की नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया इस साल से खत्म की जा रही है. यह कहना है यूजीसी प्रमुख जगदीश कुमार का.  उन्होंने कहा कि इस साल अंकों के नॉर्मलाइजेशन की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि दोनों परीक्षाएं एक सब्जेक्ट के लिए एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएंगी. यहां पढ़िए आखिर क्यों स्कोर नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया खत्म की जा रही है...


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जानिए क्या है नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया


नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया कैंडिडेट्स के स्कोर को इस तरह से रिवाइज करने की एक प्रक्रिया है कि वह दूसरे स्टूडेंट के स्कोर के साथ कंपेयरेबल हो जाए. यह तब जरूरी हो जाता है जब एक ही विषय की परीक्षा कई सेशनों में आयोजित की जाती है, हर सेशन में एक अलग पेपर होता है.


स्टूडेंट्स परीक्षा में उनके परफॉर्मेंस पर "अनुचित रूप से" इम्पैक्ट डालने वाले स्कोर के नॉर्मलाइजेशन के बारे में चिंता जता रहे हैं.


यूजीसी अध्यक्ष ने बताई वजह


यूजीसी अध्यक्ष ने कहा, "पहले अभ्यर्थियों को उनकी पसंद का एग्जाम सेंटर अलॉट करने के प्रयास में एक ही पेपर के लिए दो या तीन दिनों के लिए परीक्षा आयोजित करनी पड़ती थी, लेकिन इस साल ओएमआर मोड को अपनाने से बड़ी संख्या में एग्जाम सेंटर्स स्कूल-कॉलेजों में बनाएं जाएंगे, जिससे एक ही दिन में देश भर में परीक्षा आयोजित की जा सकेगी." उन्होंने यह भी कहा, "अगर एक ही पेपर के लिए परीक्षा कई दिनों के सेशनों में आयोजित की जाती है तो नॉर्मलाइजेशन की जरूरत होती है, यह एक साइंटिफिक मेथड है."


परीक्षा पैटर्न में बदलाव 


इस बार CUET-UG परीक्षा 15 से 24 मई तक आयोजित की जाएगी. सीबीटी मोड में यूजी कोर्सेस में प्रवेश के लिए परीक्षा पैटर्न में एक बदलाव हुआ है. 15 विषयों के लिए सीयूईटी-यूजी पेन और पेपर मोड में होगी, जबकि 48 विषयों के लिए ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाएगी. इसी तरह यूजीसी-नेट पहले सीबीटी मोड में आयोजित किया जाता था, जो 16 जून को पेन और पेपर मोड में होगा.