Sohan Lal Success Story: माता पिता जब पढ़े लिखे नहीं होते तो इसका मतलब यह नहीं है कि उनके बच्चे भी न पढ़ें. हर मां बाप अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं कई बार तो वह बच्चों की पढ़ाई के ऐसी चीजें भी करने के लिए तैयार हो जाते हैं जिनके बारे में वह निश्चित नहीं होते है वह खुद उसे कर भी पाएंगे या नहीं. आज हम आपको एक ऐसे ही माता पिता और बेटे की कहानी बताने जा रहे हैं. माता पिता अनपढ़ हैं और बेटा यूपीएससी क्लियर करके अफसर बन गया है. 


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हम बात कर रहे हैं राजस्थान के जोधपुर के रामपुरा भाटियान के रहने वाले सोहन लाल सियाग की. सोहन लाल के माता पिता अनपढ़ हैं. उनके के पिता गोरधन राम सियाग रामनगर में खेती का काम करते हैं  और उनकी मां मीरा देवी कई बार मनरेगा में मजदूरी कर चुकी हैं. सोहन लाल ने 10वीं तक की पढ़ाई गांव के ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से की है. इसके बाद वह 11वीं 12वीं की पढ़ाई के लिए वह कोटा चले गए. 12वीं के साथ-साथ उन्होंने आईआईटी की तैयारी की और उसका सेलेक्शन भी हो गया.


सोहनलाल ने साल 2018 में आईआईटी पास कर ली. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी क्लियर करने की ठान ली और तैयारी करने लगे. जब वह आईआईटी से ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में कैंपस प्लेसमेंट की बारी आई तो उन्होंने प्लेसमेंट में हिस्सा ही नहीं लिया, क्योंकि उन्होंने यूपीएससी क्लियर करके सरकारी अफसर बनने की ठान ली थी. 


सोहन लाल ने यूपीएससी का एग्जाम बिना कोचिंग के क्लियर किया है. उन्होंने घर पर ही यूट्यूब और दूसरे प्लेटफॉर्म की मदद से नोट्स तैयार किए और पढ़ाई की. वह इसके लिए रोजाना 7-8 घंटे पढ़ाई करते थे. सोहनलाल ने जब पहली बार यूपीएससी का एग्जाम दिया तो वह प्री और मेन्स क्लियर करके इंटरव्यू राउंड तक पहुंच गए थे, लेकिन इंटरव्यू राउंड क्लियर नहीं कर पाए और सेलेक्शन नहीं हो पाया. इसके बाद दूसरे और तीसरे राउंड में तो वो प्री भी क्लियर नहीं कर पाए थे. सोहन लाल ने जब चौथी बार एग्जाम दिया तो उनका सेलेक्शन हो गया. इस बार उनकी ऑल इंडिया रैंक 681 आई थी. 


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