Mohammed Ali Shihab Success Story: जब युवा सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं और उन्हें जब सरकारी नौकरी मिल जाती है तो उनमें से ज्यादातर उसी नौकरी को करने में लग जाते हैं वह फिर ज्यादा दूसरी सरकारी नौकरी के बारे में प्रयास नहीं करते. लेकिन आज हम आपको जो स्टोरी बताने जा रहे हैं वह बिलकुल अलग है. क्योंकि हम जिस आईपीएस अफसर की कहानी बता रहे हैं उन्होंने एक नहीं 21 एग्जाम पास किए और अपने सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कोई कंप्रोमाइज नहीं किया. उन्होंने सबसे पहले चपरासी की नौकरी के लिए एग्जाम पास किया था और फिर उस नौकरी को जॉइन भी किया था. 


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हम बात कर रहे हैं आईपीएस अफसर मोहम्मद अली शिहाब की. मोहम्मद अली शिहाब ने साल 2011 में यूपीएससी एग्जाम क्लियर किया था और उनकी 226वीं रैंक आई थी. मोहम्मद अली शिहाब केरल के मल्लपुरम जिले के गांव एडवान्नाप्पारा से ताल्लुक रखते हैं. इन आईपीएस अफसर का जन्म 15 मार्च 1980 को हुआ था. शिबाह के पिता का नाम कोरोत अली और मां का नाम फातिमा था. शिहाब के घर में उनके एक बड़े भाई और दो छोटी बहन हैं. 


बीमारी की वजह से 31 मार्च 1991 को शिहाब के पिता की मौत हो गई. पिता की मौत के बाद अब पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनकी मां के ऊपर आ गई. अकेली मां 4 बच्चों का खर्च नहीं उठा सकती थीं. इसलिए उन्होंने शिहाब के पिता की मौत के बाद शिहाब और 8 साल की बेटी सौहराबी और 5 साल की नसीबा को अनाथालय में भेज दिया. यह मुस्लिम अनाथालय कोझिकोड के कुट्टीकट्टूर में है. 


शिहाब अपने पिता के साथ बांस की टोकरियां और पान के पत्ते बेचा करते थे. शिहाब ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई अनाथालय से ही की थी. करीब 10 साल तक अनाथालय में रहने के बाद जब शिबाह घर वापस लौटे तो उन्होंने डिस्टेंस लर्निंग से अपनी आगे की पढ़ाई शुरू कर दी. पढ़ाई के साथ साथ वह सरकारी नौकरियों की तैयारी भी करने लगे. शिहाब को 2004 में चपरासी की नौकरी मिली थी. अब तक शिहाब 21 सरकारी एग्जाम पास कर चुके हैं.  


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