Toughest Exams: यूपीएससी भारत की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है. इसी तरह से दुनिया में एक सबसे ज्यादा टफ एग्जाम होता है, जिसमें एक ही दिन में कई सारे टेस्ट देने होते हैं. चलिए जानते हैं कि यह परीक्षा कहां और कैसे आयोजित की जाती है...
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Toughest Exams Of World: भारत में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों लोग शामिल होते हैं, लेकिन सफलता करीब 1000 कैंडिडेट्स को ही मिलती है. ये देश की सबसे कठिन और दुनिया की दूसरी सबसे मुश्किल परीक्षा है. आईएएस, आईपीएस पदों पर सिलेक्शन पाने के लिए इसे क्रैक करना पड़ता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि साउथ कोरिया में भी एक ऐसा एग्जाम होता है, जो दुनिया की सबसे ज्यादा मुश्किल परीक्षाओं में से एक है. हम बात कर रहे हैं साउथ कोरिया के सुनेयुंग एग्जाम के बारे में, जिसमें हर साल लाखों स्टूडेंट्स शामिल होते हैं. आइए जानते हैं आखिर कैसे होता है सुनेयुंग एग्जाम...
इसे क्रैक करना है बेहतर भविष्य की गारंटी
दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल दक्षिण कोरिया के सुनेयुंग एग्जाम में हर साल 5 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स अपनी किस्मत आजमाते हैं. यह परीक्षा 9 घंटे चलती है. इस एग्जाम को क्वालिफाई करना बेहतर भविष्य की गारंटी मानी जाती है. युवाओं की जॉब, इनकम और यहां तक कि रिलेशनशिप पर इसका बहुत असर भी होता है.
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सुनेयुंग एग्जाम
सुनेउंग एग्जाम एक एबिलिटी टेस्ट है, जिसे पास करने के बाद ही तय होता है कि युवाओं को दक्षिण कोरिया की किस यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलेगा. आसान भाषा में कहे तो यह वहां के प्रतिष्ठित कॉलेजों में दाखिले के लिए एंट्री गेट है. हायर एजुकेशन हासिल करने के इच्छुक हर स्टूडेंट की ख्वाहिश होती है इस एग्जाम में क्वालिफाई करना होता है. मीडिया रिपोर्ट की माने तो सुनेयुंग एग्जाम के चलते कोरिया के युवाओं में डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. आलम यह है कि 24 साल तक के युवाओं में सुसाइड की दर में पिछले 5 सालों में 10 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है.
परखी जाती है युवाओं की नॉलेज
सुनेयुंग एग्जाम में कोरियाई लैंग्वेज, मैथ्स, इंग्लिश, साइंस जैसे सब्जेक्ट होते हैं. एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स को इन सब्जेक्ट्स में डेप्थ नॉलेज होनी जरूरी है. परीक्षाको इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह स्टूडेंट्स के एनालिटिकल स्किल्स, प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी और नॉलेज के गहरे स्तर को परखती है.
परीक्षा का प्रभाव
इस एग्जाम के बेहतर नतीजे केवल एकेडमिक सक्सेस तक ही सीमित नहीं होते. यह युवाओं की बेहतर सामाजिक स्थिति और शादी के लिए आने वाले रिश्तों को भी प्रभावित करते हैं. सुनेयुंग क्रैक करने वाले युवाओं को समाज में बहुत सम्मान मिलता है.
एग्जाम के लिए होते हैं खास इंतजाम
सुनेयुंग एग्जाम डेट पर पूरे साउथ कोरिया में तमाम तरह के इंतजाम किए जाते हैं, ताकि स्टूडेंट्स को किसी तरह की परेशामी न हो. सरकारी दफ्तरों और बैंकों के खुलने के समय के साथ ही ट्रेन और फ्लाइट्स का समय भी बदल दिया जाता है. स्टूडेंट्स को एग्जाम सेंटर तक पहुंचाने के लिए वाहनों का इंतजान पुलिस प्रशासन द्वारा किया जाता है.