IAS Anupama Anjali Success Story: यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करना किसी पहाड़ को तोड़ने से कम कठिन काम नहीं है. कुछ लोग इस पहाड़ को तोड़कर अपना रास्ता बना ही लेते हैं, तो कुछ लगातर मिलने वाली असफता से निराश होकर बीच में ही काम अधूरा छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं. वहीं, आज हम आपको एक ऐसे एस्पिरेंट की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसकी फैमिली के ज्यादातर सदस्य सिविल सर्वेंट हैं. ऐसे में तो आप पर कहीं न कहीं और भी दबाव बढ़ है. ऐसे माहौल में तैयारी करना और भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन अनुपमा अंजलि ने इस पहाड़ जैसी परीक्षा को पास करके अपनी मंजिल हासिल कर ही ली.  


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इंजीनियरिंग से किया है ग्रेजुएशन
अनुपमा मुख्य रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं और उनकी स्कूलिंग भी हुई. इसके बाद अनुपमा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया, लेकिन यह सफर आसान नहीं था. यूपीएससी के अपने पहले प्रयास में अनुपमा सिलेक्ट नहीं हो पाईं और उन्होंने हिम्मत न हारने हुए दोगुने जोश के साथ अपनी तैयारी शुरू की. उन्होंने अपने पहले अटैम्प्ट में की हर उस कमी को सुधारा, जिसके कारण वह परीक्षा पास नहीं कर पाईं थी. 


ऐसे मिली सफलता 
पहले प्रयास में मिलने वाली असफलता से हार न मानते हुए अनुपमा ने इसे मोटिवेशन बना लिया. पापा को आदर्श बनाया और दोगुनी मेहनत की. अनुपमा ने साल 2017 में दूसरी बार यूपीएससी का एग्जाम दिया. आखिरकार उन्होंने 386 रैंक के साथ परीक्षा में सफलता हासिल कर ही ली. लबासना में ट्रेनिंग के बाद उनकी आंध्र प्रदेश कैडर में आईएएस के तौर पर पहली पोस्टिंग मिली. 2018 बैच की अनुपमा ने साल 2020 के आईएएस ऑफिसर हर्षित कुमार से शादी कर ली. 


दादा और पिता रह चुके हैं सिविल सर्वेंट
अनुपमा के पिता आईपीएस ऑफिसर के पद पर रहकर 37 साल तक सरकरा को अपनी सेवाएं दीं और उनके दादा भी सिविल सर्वेंट रहे हैं. अपने परिवार से ही आईएएस अनुपमा को यूपीएससी परीक्षा क्रैक करने की प्रेरणा मिली.