Difference Between UGC NET And NET JRF: बहुत से लोग नेट की परीक्षा पास करके किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में नौकरी करने की ख्वाहिश रखते हैं. वहीं, कुछ युवा किसी विशेष क्षेत्र में रिसर्च करने की चाहत रखते हैं. यह दोनों ही आप कर सकते हैं केवल एक एग्जाम पास करके और वह है नेट की परीक्षा.


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यह एग्जाम असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप हासिल करने के लिए होता है. बहुत से लोग जिन्हें इस परीक्षा के बारे में डिटेल जानकारी नहीं है या कुछ कंफ्यूजन हैं, उनके लिए यह बेहद काम का आर्टिकल है. आज हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि यूजीसी नेट और नेट जेआरएफ में क्या फर्क है...


यूजीसी नेट और नेट जेआरएफ में फर्क
 यूजीसी नेट का फुल फॉर्म  यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट है. जबकि, जेआरएफ का फुल फॉर्म जूनियर रिसर्च फेलोशिप है. यह देश में आयोजित होने वाली Renowned परीक्षा है. देश भर में संचालित की जा रही यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर करियर बनाने या फिर अपनी स्टडी के दौरान सरकार से रिसर्च फेलोशिप पाने के लिए अभ्यर्थियों को यह योग्यता परीक्षा पास करना पड़ता है. नेट जेआरएफ यूजीसी नेट परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को यूजीसी द्वारा दी जाने वाली एक फेलोशिप है, जो अपने चुने हुए क्षेत्र में शोध करना चाहते हैं.


नेट की परीक्षा 
यूजीसी नेट और नेट जेआरएफ इन दोनों के लिए अलग-अलग एग्जाम नहीं होते हैं. इन दोनों के लिए एक ही एग्जाम होता है, दोनों में  मुख्य अंतर पेपर पास करने के लिए पाए गए नंबरों के प्रतिशत का है. यूजीसी नेट जेआरएफ परीक्षा में दो पेपर होते हैं, पेपर 1 एक सामान्य पेपर है, जबकि पेपर 2 विषय-विशिष्ट होता है. यूजीसी नेट और नेट जेआरएफ के लिए साल में दो बार यूजीसी नेट परीक्षा आयोजित की जाती है. हर साल जून और दिसंबर में होने वाली इस परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं. 


नंबरों का होता है अंतर
यूजीसी नेट और नेट जेआरएफ में मूलभूत अंतर परीक्षा में प्राप्त पर्सेंटेज से होता है. रिसर्च फेलोशिप पाने के लिए नेट की अपेक्षा ज्यादा नंबर चाहिए. इसे ऐसे समझिए कि अगर इस परीक्षा में 50 फीसदी पाने वाले को यूजीसी नेट के लिए क्वालीफाई माना जाता है तो नेट जेआरएफ के लिए UGC NET पास करने वाले टॉप 6 प्रतिशत (ये फीसद कम ज्यादा भी हो सकता है) कैंडिडट्स को जूनियर रिसर्च फेलोशिप मिलती है.


नेट पास करने के लिए जरूरी अंक
नेट जेआरएफ फर्स्ट पेपर केवल क्वालीफाई करना जरूरी होता है. इसके लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक चाहिए होते हैं. जेआरएफ लेटर ऑफ अवॉर्ड नतीजे जारी होने के दो साल बाद तक वैलिड रहता है. 


जेआरएफ या पीएचडी में क्या है बेहतर
किसी कॉलेज/यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर, शोधकर्ता या साइंटिस्ट के तौर पर नौकरी करने के लिए आपके पास डॉक्टरेट की डिग्री होनी जरूरी है. जबकि, जेआरएफ ऐसे कैंडिडेट्स करते हैं, जो केवल शोध के क्षेत्र में जाना चाहते हैं या फिर अपनी पढ़ाई आगे जारी रखना चाहते हैं. जेआरएफ में अभ्यर्थियों को पढ़ाई के दौरान फेलोशिप मिलती है.