UPSC IES ISS Salary: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) भारतीय आर्थिक सेवाओं (IES) और भारतीय सांख्यिकी सेवाओं (ISS) के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की भर्ती करता है. यूपीएससी आईईएस आईएसएस (UPSC IES ISS)  में सिलेक्ट होने वाले कैंडिडेट्स को 7वें सीपीसी वेतन मैट्रिक्स के आधार पर सैलरी दी जाएगी. आयोग के नियमों के अनुसार इस सैलरी पैकेज में बेसिक सैलरी, भत्ते और डिडक्शन शामिल है. 


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यूपीएससी आईईएस आईएसएस में चयनित उम्मीदवार बेसिक सैलरी के साथ अतिरिक्त लाभ और भत्ते के लिए पात्र  होते हैं. इस आर्टिकल के जरिए जानिए यूपीएससी आईईएस आईएसएस की मंथली सैलरी और उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं और भत्ते मिलते हैं. 


यूपीएससी आईईएस/आईएसएस सैलरी
भारतीय आर्थिक सेवाओं और भारतीय सांख्यिकी सेवाओं में चयनित उम्मीदवारों को उनकी सीनियरिटी और रैंक लेवल(ग्रुप ए और बी) के बेसिस पर मुआवजा (Compensated) मिलता है.  ये रहा घोषित रिक्तियों का प्रमुख अवलोकन-




यूपीएससी आईईएस/आईएसएस सैलरी स्ट्रक्चर इंडेक्स-



 


यूपीएससी आईईएस आईएसएस इन हैंड सैलरी: 
यूपीएससी आईईएस आईएसएस इन-हैंड वेतन प्रत्येक कर्मचारी द्वारा आयकर, पीएफ और अन्य लागू कटौतियों आदि को काटने के बाद दिया जाने वाला निश्चित पारिश्रमिक है. आईईएस और आईएसएस के पदों के लिए चयनित उम्मीदवारों को वेतन मैट्रिक्स लेवल 10 के अनुसार 56,100 रुपये का भुगतान किया जाएगा. बेसिक सैलरी के अलावा उम्मीदवार काम के पे लेवल के आधार पर बोनस प्राप्त करने के हकदार हैं. यहां देखिए सैलरी में शामिल भत्तों की लिस्ट-


बेसिक सैलरी
एनपीएस (बेसिक सैलरी का 10%)
स्टैंडर्ड डिडक्शन
ग्रॉस सैलरी
इन हैंड सैलरी (स्टैंडर्ड डिडक्शन से ग्रॉस सैलरी घटाने के बाद कैलकुलेट होगी)


आईईएस आईएसएस अलाउंस
उम्मीदवारों को भारत सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित कई प्रकार के अलाउंस, प्रोत्साहन और अन्य लाभ मिलते हैं. 
डियरनेस अलाउंस
चाइल्ड एजुकेशन अलाउंस
हाउस रेंट अलाउंस
ट्रैवल अलाउंस
मेडिकल अलाउंस
ग्रेड पे
मेडिकल इंश्योरेंस
ग्रेटिट्यूट
पेंशन
लीव ट्रैवल डिस्काउंट
अन्य अलाउंस


UPSC IES ISS जॉब प्रोफाइल


  • आईईएस/आईएसएस अधिकारी विकास नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने के साथ-साथ आर्थिक प्रशासन और मार्गदर्शन देने के लिए जिम्मेदार होते हैं. 

  • आईईएस/आईएसएस अधिकारियों को आर्थिक बदलाव, मूल्य निर्धारण, रेगूलेशन और ट्रैकिंग और मूल्यांकन जैसे अन्य क्षेत्रों से भी निपटना होता है.

  • विशेष रूप से जूनियर टाइम स्केल/सहायक निदेशक/रिसर्च ऑफिसर लेवल के आर्थिक सलाहकार अधिकारियों की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां, अपने मंत्रालय/विभाग में आर्थिक सुधारों में भाग लेना.

  • आर्थिक सलाहकार के रूप में काम करने वाले आईईएस/आईएसएस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नीतिगत परिवर्तनों के इकोनॉमिक इम्प्लीकेशनंस का प्रॉपर एनालिसिस किया जाए.