NVS Admission: बच्चों का नवोदय विद्यालय में दाखिला कराना है तो माता-पिता इन बातों का रखें ध्यान, फ्री में होगी पूरी पढ़ाई!
Navodaya Vidyalaya Samiti: अपने बच्चों का दाखिला नवोदय विद्यालय में कराना है तो माता-पिता को कुछ बातों का खास ख्याल रखाना है, जैसे- समय पर जवाहर नवोदय विद्यालय स्क्रीनिंग टेस्ट (JNVST) का फॉर्म भरवाएं, जो हर साल निकलते हैं.
Jawahar Navodaya Vidyalaya: जवाहर नवोदय विद्यालय एक प्रकार के सरकारी स्कूल होते हैं, जिनमें पढ़ने वाले बच्चों का पूरा खर्च सरकार द्वारा उठाया जाता है. हर जिले में एक जवाहर नवोदय विद्यालय होता है, जो नवोदय विद्यालय समिति द्वारा संचालित होता है. इनमें दाखिला लेने के लिए बच्चों को जवाहर नवोदय विद्यालय स्क्रीनिंग टेस्ट (JNVST) देना होता है और जो बच्चे इस टेस्ट में पास होते हैं, उन्हें ही दाखिला मिलता है. यह टेस्ट कोई भी वो भारतीय छात्र दे सकता है, जिसने 5वीं क्लास पास कर ली हो. इसके बाद टेस्ट देने पर छात्र का दाखिला 6ठी क्लास में होता है. जवाहर नवोदय विद्यालय में 6ठी से 12वीं तक की पढ़ाई होती है. इन्हें देश के सबसे बेहतर सरकारी स्कूलों में गिना जाता है. इनमें पढ़ाई भी सीबीएसई बोर्ड की होती है. ऐसे में जो लोग अपने बच्चों का दाखिला जवाहर नवोदय विद्यालय में कराना चाहते हैं, उन्हें अपने बच्चों को इसके लिए अच्छे से गाइड करने की जरूरत है.
जवाहर नवोदय विद्यालय में हर माता-पिता अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य देखते हैं और नवोदय विद्यालय उनके बेहतर भविष्य के सपने को साकार करने की कुंजी है. यहां बच्चों को आने वाले कल के लिए तैयार किया जाता है. पढ़ाई के साथ-साथ स्पोर्ट्स पर भी ध्यान रहता है ताकि बच्चे दिमागी तौर पर तो मजबूत हों ही, इसके साथ ही शारीरिक रूप से भी मजबूत रहें. नवोदय विद्यालय में पढ़ाई और खेल दोनों का मिला-जुला वातावरण मिलता है. जो माता-पिता अपने बच्चों की अच्छी पढ़ाई का खर्च उठा पाने में असमर्थ हैं, उनके लिए नवोदय विद्यालय एक उम्मीद के जैसा है. बच्चों के रहने, खाने-पीने, पढ़ाई और खेल-कूद, सबका खर्च सरकार उठाती है.
अगर बच्चों का दाखिला नवोदय विद्यालय में कराना है तो माता-पिता को कुछ बातों का खास ख्याल रखाना है, जैसे- समय पर जवाहर नवोदय विद्यालय स्क्रीनिंग टेस्ट (JNVST) का फॉर्म भरवाएं, जो हर साल निकलते हैं. इसके लिए https://navodaya.gov.in/nvs/en/Home1 वेबसाइट चेक करते रहें. इसके अलावा, बच्चों को पढ़ाई का ज्यादा समय दें क्योंकि यह एक कॉम्पिटेटिव टेस्ट है, जिसके लिए पढ़ाई में सामान्य रहने वाले बच्चों को थोड़े बेहतर ढंग से तैयारी की जरूरत हो सकती है. इसके लिए अगर हो सके तो बच्चों को JNVST टेस्ट से जुड़ी कुछ अतिरिक्त किताबें लाकर दें, जिससे बच्चे को टेस्ट की तैयारी करने में आसानी हो जाए.
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