Haryana Chunav:`खेला होबे`! पहला घंटा कांग्रेस के नाम, दूसरे में बीजेपी का कमबैक!
Haryana Election Results: हरियाणा चुनावों की जब सुबह आठ बजे काउंटिंग शुरू हुई तो कांग्रेस एक घंटे तक आगे दिखती रही लेकिन उसके बाद से बीजेपी बढ़त बनाते हुए दिख रही है.
Haryana Assembly Election Results: हरियाणा चुनावों की जब सुबह आठ बजे काउंटिंग शुरू हुई तो कांग्रेस एक घंटे तक आगे दिखती रही लेकिन उसके बाद से बीजेपी बढ़त बनाते हुए दिख रही है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में शुरुआती रुझानों में कड़ी टक्कर के बाद भाजपा आगे चल रही है. सुबह 11 बजे निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भाजपा 49 सीट पर और कांग्रेस 35 सीट पर आगे है. हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है. निर्वाचन आयोग द्वारा उपलब्ध शुरुआती रुझानों के अनुसार, इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) और निर्दलीय प्रत्याशी एक-एक सीट पर आगे हैं.
इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को लगातार तीसरी बार जीत मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस को 10 साल बाद सत्ता में लौटने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र जिले में लाडवा सीट से 732 मतों से आगे हैं. शुरुआती रुझानों के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक में अपनी गढ़ी सांपला-किलोई सीट से 11,099 मतों के अंतर से आगे हैं.
कांग्रेस की विनेश फोगाट जींद की जुलाना सीट से अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी भाजपा के योगेश कुमार से 2,128 मतों से पीछे हैं.
कई ‘एग्जिट पोल’ (परिणाम पूर्व सर्वेक्षण) में हरियाणा में कांग्रेस की जीत का अनुमान जताया गया है. राज्य में कुल 67.90 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है. अधिकांश एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि 10 साल तक विपक्ष में रहने के बाद कांग्रेस हरियाणा में भाजपा से सत्ता छीन लेगी. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जोरदार प्रचार करने वाली कांग्रेस को 90 सदस्यीय विधानसभा में 49-55 सीटें मिलने का अनुमान है.
हालांकि, लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जीत की भविष्यवाणी करते हुए मुख्यमंत्री और लाडवा विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार नायब सिंह सैनी ने कहा कि उन्हें किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे अपने दम पर सरकार बना लेंगे.
इसके अलावा, दो बार मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र हुड्डा, जो मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं, ने विश्वास जताया कि पार्टी राज्य में "प्रचंड बहुमत" के साथ सरकार बनाएगी.
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप), जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) भी मैदान में हैं. कई निर्दलीय उम्मीदवारों, जिनमें से ज़्यादातर भाजपा के बागी हैं, ने कई सीटों पर मुक़ाबला बहुकोणीय बना दिया है.
अक्टूबर 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर 36.49 प्रतिशत था, जब पार्टी 90 सदस्यीय विधानसभा में आधे से ज़्यादा सीटें नहीं जीत पाई थी और उसने जेजेपी के साथ चुनाव के बाद गठबंधन कर लिया था. कांग्रेस ने 2019 के संसदीय चुनाव के वोट शेयर की तुलना में 2024 में अपने वोट शेयर में 15 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की.
मतगणना के बीच मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि बादशाहपुर, गुरुग्राम तथा पटौदी विधानसभा क्षेत्रों के लिए दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं, जबकि शेष 87 विधानसभा क्षेत्रों के लिए एक-एक मतगणना केंद्र बनाया गया है. मतगणना प्रक्रिया की निगरानी के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 90 मतगणना पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी की गई है. अग्रवाल ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 30 कंपनियां तैनात की गई हैं, जिन्हें तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है.
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सबसे भीतरी सुरक्षा घेरे में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. इसके बाद सबसे बाहरी घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस और जिला पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. करीब 12,000 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर हैं. उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे में पर्याप्त चौकियां बनाई गई हैं. सभी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) रखने की जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
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