Congress on PM Modi: 'पहले जब उनकी सरकार (कांग्रेस) थी तो उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. इसका मतलब आपकी संपत्ति इकट्ठी कर ये किसको बांटेंगे... जिनके ज्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे. घुसपैठियों को बांटेंगे. कांग्रेस मंगलसूत्र छीनने की बात करती है...' कुछ घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए इस बयान पर घमासान शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए कहा है कि हमारे घोषणापत्र में वो पेज दिखा दें, वो लाइन दिखा दें जहां हमने कहा है कि सबसे इकट्ठा करके मुसलमानों में बांट देंगे. 



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कांग्रेस नेता ने कहा, 'दिक्कत यह है कि प्रधानमंत्री जी के लिए हिंदू-मुसलमान ऑक्सीजन है. पहले राउंड में बहुत पीछे रहने के बाद प्रधानमंत्री की बौखलाहट सामने आ रही है. वह मेरी चुनौती स्वीकार करें, घोषणापत्र की वो लाइन बताएं वरना देश से क्षमा मांगें अन्यथा देश के मतदाता उन्हें झूठ बोलने के लिए सजा दें.' तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने पद की गरिमा भूलकर देश में चुनाव के लिए जो बोल जाते हैं वो भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों का अपमान है, उस पद की गरिमा और संविधान का अपमान है.



कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस बराबरी में विश्वास रखती है. चाहे व्यक्ति किसी भी धर्म और समुदाय से हो. यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है और एनडीए-भाजपा की बौखलाहट दिखाती है. जिस तरह के अनर्गल बयान प्रधानमंत्री की तरफ से आ रहे हैं. पहले चरण के मतदान के बाद एक चीज साफ हो गई है कि भाजपा दक्षिण में साफ है और उत्तर में हाफ है. 400 छोड़ दीजिए ये 150 नहीं पार करते इसलिए इनके जो बयान आ रहे हैं वो बौखलाहट की निशानी है. 



इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मोदी जी के बौखलाहट भरे भाषण से दिखा कि प्रथम चरण के नतीजों में INDIA गठबंधन जीत रहा है. मोदी जी ने जो कहा वो Hate Speech तो है ही, ध्यान भटकाने की एक सोची समझी चाल है. प्रधानमंत्री ने वही किया जो उन्हें संघ के संस्कारों में मिला है. सत्ता के लिए झूठ बोलना, बातों का अनर्गल संदर्भ बनाकर विरोधियों पर झूठे आरोप मढ़ना यह संघ और भाजपा की प्रशिक्षण की खासियत है. उन्होंने कहा कि हमारा घोषणापत्र हर एक भारतीय के लिए है. सबकी बराबरी की बात करता है. सबके लिए न्याय की बात करता है.