मोदी सरकार पर हमला बोलकर I.N.D.I.A ने कौन सी 5 मांगें उठा दीं?
India Alliance: शराब नीति मामले में ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आयोजित रैली में खरगे, राहुल गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे भी नजर आए. हालांकि कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र बचाओ रैली बताया है.
Ramlila Maidan Rally: दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में विपक्ष की रैली में विपक्षी नेताओं ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की है. इस दौरान सोनिया गांधी, सुनीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी की ओर से राजनीतिक मंच सांझा कर रही हैं. रामलीला मैदान की इस रैली में केजरीवाल का संदेश पार्टी के किसी मंत्री या वरिष्ठ नेता की बजाए, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने ही पढ़ा. इसके अलावा इंडिया गठबंधन के अन्य नेताओं ने भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
असल में लोकतंत्र बचाओ नाम की इस रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार, सीपीआई नेता सीताराम येचुरी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे सहित शीर्ष विपक्षी नेताओं ने एक साथ मंच साझा किया है. इनके अलावा समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव और आप नेता गोपाल राय भी विपक्षी दलों की इस रैली में शामिल हुए हैं.
इस रैली में विपक्ष ने आरोप लगते हुए इन पांच मांगों को सामने रखा है.
1. भारत के चुनाव आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए.
2. चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से, विपक्षी राजनीतिक दलों के खिलाफ इनकम टैक्स, ED और CBI द्वारा की जाने वाली बलपूर्वक कार्रवाई को रोकना चाहिए.
3. हेमन्त सोरेन एवं अरविंद केजरीवाल की तत्काल रिहाई की जाए.
4. चुनाव के दौरान विपक्ष के राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए.
5. चुनावी बांड का उपयोग करके BJP द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और money laundering के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक SIT गठित की जानी चाहिए.
केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में जुटान?
इस रैली में विपक्ष के तमाम दिग्गज नेता पहुंचे हैं. आम आदमी पार्टी ने इसे केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में जुटान बताया तो वहीं कांग्रेस ने इसे ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ बताया. इस ‘महारैली’ के मद्देनजर रामलीला मैदान के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था नजर आई. इंडिया गठबंधन का प्रतिनिधित्व करने वाले कई नेताओं ने दिल्ली शराब नीति से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में भी अपनी बात रखी है.