Lok Sabha Chunav: हारकर भी कैसे बाजीगर बने राहुल गांधी, क्या चल गया खटाखट वाला दांव
Rahul Gandhi: इंडिया गठबंधन बहुमत से तो दूर रहती नजर आ रही है, लेकिन इस बीच राहुल गांधी `बाजीगर` बनकर उभरे हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाने के बावजूद किन वजहों से राहुल गांधी को फायदा हुआ.
Lok Sabha Chunav 2024: देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर मतगणना जारी है और रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन (NDA) आगे चल रही है. रुझानों में एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है, लेकिन इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A Alliance) ने सबको चौंकाते हुए 233 सीटों पर आगे चल रही है. अब तक के नतीजों के रुझानों में भाजपा को झटका लगा है और कांग्रेस खेमे में खुशी की लहर है. अगर यह रुझान परिणाम में बदलते हैं तो इंडिया गठबंधन को फायदा मिलेगा. इंडिया गठबंधन बहुमत से तो दूर रहती नजर आ रही है, लेकिन इस बीच राहुल गांधी 'बाजीगर' बनकर उभरे हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाने के बावजूद किन वजहों से राहुल गांधी को फायदा हुआ.
1. नहीं चला मोदी मैजिक?
भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस बार के लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर उतरी थी, लेकिन इस बार मोदी मैजिक नहीं चला. यूपी और बिहार समेत कई राज्यों में बीजेपी को नुकसान हुआ है. इसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या मोदी मैजिक कम हो गया है, जिसका फायदा कांग्रेस को मिला और वापसी करने में कामयाब रही.
2. चल गया खटाखट वाला दांव
कांग्रेस पार्टी पिछले तीन चुनावों में सबसे शानदार प्रदर्शन करती नजर आ रही है. कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद इस बात की चर्चा होने लगी है कि राहुल गांधी का खटाखट वाला दांव चल गया है. दरअसल, लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने खटाखट, खटाखट कहा था. उन्होंने कहा था, 'केंद्र में 'इंडिया' गठबंधन की सरकार बनते ही हर महीने पैसे दिए जाएंगे. 4 जुलाई को 8500 रुपये अकाउंट में आने लगेंगे. हर महीने की पहली तारीख को खटाखट खटाखट अंदर.'
3. यूपी-बिहार में बीजेपी कमजोर
पिछले चुनाव में यूपी और बिहार में बड़ी जीत हासिल करने वाली बीजेपी को इस बार तगड़ा झटका लगा है, जिसका सीधा फायदा कांग्रेस पार्टी को मिला है. कांग्रेस के लिए महाराष्ट्र भी गेम चेंजर साबित हुआ है, जहां पार्टी को फायदा हुआ है. इसके अलावा बीजेपी को हरियाणा में भी नुकसान हुआ है और कांग्रेस पार्टी 6 सीटों पर आगे चल रही है. पिछले चुनाव में कांग्रेस बिहार, महाराष्ट्र और हरियाणा में शून्य हो गई थी.
4. क्षेत्रीय दलों का मिला साथ
कांग्रेस की वापसी की एक बड़ी वजह उसे क्षेत्रीय का दलों का मिला समर्थन भी है. यूपी में समाजवादी पार्टी (SP) और बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से गठबंधन कांग्रेस के लिए काफी फायदेमंद रहा. पिछले चुनाव में कांग्रेस बिहार में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी, जबकि यूपी में सिर्फ एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी.
5. बीजेपी के 400 पार का नारा फेल?
लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 400 पार का नारा दिया था, लेकिन दोपहर 1 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी 300 के नीच नजर आ रही है. जब बीजेपी ने एनडीए के लिए 400 पार का टारगेट सेट किया तो यह विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती थी, लेकिन एनडीए के 400 के पार नहीं जाने का सबसे ज्यादा फायदा कांग्रेस को हुआ है.