Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव जीतने के लिए सभी पार्टियों ने पूरा जोर लगा रखा है. बड़े-बड़े नेता अलग-अलग मुद्दे उठा रहे है. कोई विकास करने का वादा कर रहा है, तो कोई देश को मानसिक गुलामी से बाहर निकालने की बात कह रहा है. लेकिन ऐसा लग रहा है जैसे बिहार में मुद्दों की कमी हो गई है. इसलिए बीजेपी हो या आरजेडी आजकल 'मछली' को मुद्दा बनाए हुए है. एक दूसरे को हराने, एक दूसरे को घेरने के लिए आजकल नेताजी मछली पॉलिटिक्स कर रहे हैं... आप कहेंगे कि ये मछली पॉलिटिक्स क्या होती है... अब हम आपको ये बताते है..


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तेजस्वी ने पोस्ट किया मछली वाला वीडियो


दरअसल मंगलवार यानि नवरात्र के एक दिन पहले तेजस्वी यादव ने अपने X अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया और लिखा, 'चुनावी भागदौड़ एवं व्यस्तता के बीच हेलिकॉप्टर में भोजन! दिनांक- 08-04-2024.' इस X पोस्ट के साथ तेजस्वी ने एक वीडियो भी पोस्ट किया... जिसमें वो हेलिकॉप्टर में विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के साथ लंच में चेचरा मछली और रोटी खाते दिखाई दे रहे हैं. खाने की थाली में मिर्च और प्याज भी रखा है.


बीजेपी को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया


तेजस्वी ने 8 अप्रैल को चुनाव प्रचार के बीच कुछ समय निकालकर हेलिकॉप्टर में मुकेश साहनी के साथ मछली खाई थी. लेकिन उन्होंने ये वीडियो पोस्ट किया 9 अप्रैल 2024 को. यहां तारीख भी दिख रही है. देश में 9 अप्रैल से नवरात्र शुरू हुए हैं, तो बीजेपी को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया. बीजेपी अब तेजस्वी यादव को सीजनल सनातनी बता रही है. कह रही है कि कुछ लोग सनातन की संतान तो बनते हैं, लेकिन सनातन के संस्कार को अपना नहीं पाते. जिसपर तेजस्वी का भी जवाब आया, तेजस्वी ने कहा कि वो तो बीजेपी वालों का IQ चेक कर रहे थे.


मछली खाने की चीज है..


इस वीडियो में एक और दिलचस्प बात है. इस वीडियो में मुकेश साहनी ने कहा है कि मछली खाने की चीज है. कुछ लोगों को मिर्ची जरूर लगेगी. शायद उन्हें पहले ही पता था कि बीजेपी इस मुद्दे को जरूर उठाएगी. मछली अब राजनीति का मुद्दा बनी है.. तो बिहार में मछली पकड़ने वाले मल्लाह की ताकत के बारे में भी आपको जरूर जानना चाहिए.


बिहार में मल्लाह की आबादी 3 प्रतिशत


2023 की जातीय जनगणना के मुताबिक बिहार में मल्लाह की आबादी 3 प्रतिशत है. और संख्या 34 लाख से ज्यादा है. इनका वोट बैंक पासवान जाति से ज्यादा है. गया, नालंदा, औरंगाबाद, जमुई, दरभंगा-कोसी क्षेत्र में मल्लाह निर्णायक भूमिका निभाते हैं.


मछली पॉलिटिक्स में उलझे...


बीजेपी कह रही है कि कौन क्या खाता है उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन जिस दिन नवरात्र शुरू हुए उस दिन तेजस्वी ने मछली खाते हुए वीडियो क्यों शेयर किया ? दोनों अब मछली पॉलिटिक्स में उलझे हैं. और बीच में फंसी है बेचारी मछली. जब हमने मछली के बारे में GOOGLE किया तो पता चला कि तेजस्वी यादव और मुकेश साहनी ने जो मछली खाई है, उस मछली का नाम चेचरा मछली है.


खाने में काफी टेस्टी होती है..


चेचरा मछली मिथिलांचल की कोसी नदी और बरसाती नदियों में पाई जाती है. आकार में चेचरा मछली छोटी होती है, लेकिन ये खाने में काफी टेस्टी होती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि इसमें सिर्फ 1 कांटा होता है और इसे आसानी से खाया जा सकता है. बिहार की सियासत में मछली की ऐसी एंट्री हुई है कि बड़े-बड़े नेताओं को मछली में भी वोट दिखने लगा है. मछली चुनावी तालाब में तैर रही है. तभी तो बीजेपी हो या आरजेडी सब मछली मछली कर रहे हैं.