Lok Sabha Chunav: हैदराबाद लोकसभा सीट पर असदुद्दीन ओवैसी को चुनौती दे रहीं भाजपा की फायरब्रांड नेता माधवी लता ने दावा किया है कि अबकी बार वह ऐसा जोरदार सिक्सर मारेंगी कि बाउंड्री पार जाएगा. ओवैसी के सामने महिला कैंडिडेट के सवाल पर उन्होंने 'ज़ी न्यूज' से कहा कि मोदी सरकार में मुसलमानों खासतौर से पसमांदा महिलाओं और लड़कियों में नई उम्मीद जगी है. इसकी वजह केंद्र की योजनाएं हैं. जिस प्रकार से हम पसमांदा मुसलमानों के हक के लिए लड़ रहे हैं, उनमें नई हिम्मत आ गई है. वे अब समझती हैं कि उनकी दीदी या मां के रूप में कोई आ गया है. अबकी बार ऐसी महिलाएं और लड़कियां ही हैदराबाद का इतिहास बदलेंगी.  


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'ज़ी न्यूज' को दिए विशेष इंटरव्यू में माधवी से जब पूछा गया कि आपके आलोचक कह रहे हैं कि बीजेपी ने खर्चा उम्मीदवार उतारा है. ऐसे आलोचकों का तर्क है कि अगर माधवी हार भी जाती हैं तो भाजपा को राजनीतिक रूप से कोई नुकसान नहीं होगा. वजह यह है कि हाल के चुनावों में भाजपा को 27-28 प्रतिशत ही वोट मिले थे और AIMIM को 60 प्रतिशत वोट मिले. इस पर माधवी ने क्रिकेट की स्टाइल में जवाब दिया. 


जब भी नया क्रिकेटर आता है


माधवी लता ने कहा, 'जब भी नए क्रिकेटर को आप नेशनल क्रिकेट जैसे 20-20 या वर्ल्ड कप में लेते हो तो क्या इसलिए लेते हो कि वह हार कर घर आ जाए? नहीं, बल्कि इसलिए लेते हो कि नया क्रिकेटर है, यंग है. अच्छा खेलकर देश को जिताएगा. हमको भी इसी उम्मीद से लिया गया है. बाकी का बाद में देखा जाएगा. हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. इस लड़ाई को जमकर लड़ेंगे.'


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राजा पर भारी पड़ीं माधवी?


अगला सवाल उनसे स्थानीय विधायक राजा सिंह को लेकर किया गया. क्या राजा पर माधवी भारी पड़ती जा रही हैं? दरअसल, पहले राजा सिंह भाजपा से टिकट के दावेदार माने जा रहे थे. वह माधवी के साथ दिख नहीं रहे हैं. हालांकि भाजपा कैंडिडेट माधवी ने उनके घर जाकर परिवार से मुलाकात की थी. इस पर माधवी ने कहा कि राजा भाई का जो तजुर्बा है. उनको हैदराबाद लोकसभा सीट का इंचार्ज बनाया गया है. वह तजुर्बे में मेरे बड़े भाई के स्थान में बैठकर सलाह देते रहेंगे कि मुझे क्या करना चाहिए. माधवी ने कहा कि राजा भैया भी मोदी भाई की तरह सोच रहे हैं कि अबकी बार स्त्री शक्ति को मौका मिलना चाहिए. इसीलिए वह भाभी को मेरे साथ चुनाव प्रचार के लिए भेजते हैं. 


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एक ही कॉलेज से पढ़े ओवैसी और माधवी


निजाम कॉलेज से ही माधवी और ओवैसी दोनों ने पढ़ाई की है. कॉलेज के दिनों में क्या ओवैसी से किसी तरह का संवाद हुआ था? इस सवाल पर माधवी लता ने कहा कि वह मुझसे काफी सीनियर हैं. इतने सीनियर से हमारी मुलाकात तो नहीं हुई थी. हां, निजाम कॉलेज मेरे जमाने में दंगे-फसाद के लिए चर्चा में रहता था.


उन्होंने बताया कि तब तीन दिन तक यूथ फेस्टिवल होता था लेकिन बंद कर दिया गया था. अब लगता है कि चाकूबाजी और दंगे-फसाद के कारण ही हुआ होगा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि असद भाई ने कॉलेज भी नहीं छोड़ा. बाद में हमने यूथ फेस्टिवल को फिर से शुरू करने के लिए अपील की थी. 


माधवी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी से उनकी सिर्फ 20-30 सेकेंड की बातचीत हुई है. हालांकि उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है.