Madhavi Latha vs Asaduddin Owaisi: हैदराबाद से भाजपा उम्मीदवार घोषित होने के बाद से ही माधवी लता चर्चा में हैं. उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहे हैं. अब एक इंटरव्यू में उन्होंने ओवैसी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ओल्ड सिटी में कुछ नहीं बदला है.
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Hyderabad BJP candidate Madhavi Latha: 'मेरे पिता के पास तब साइकिल हुआ करती थी. वह मिलिट्री इंजीनियर सर्विस में स्टोर इंचार्ज थे. जब भी कोई त्योहार होता था तो हैदराबाद के हिंदू और मुस्लिम सभी बड़े मजे से अपने त्योहार मनाते थे. जिस मोहल्ले में 100 हिंदू थे वहां आज सिर्फ 5 हिंदुओं के घर हैं. 1980-90 के दशक में वहां सांप्रदायिक दंगे हुए थे. मैं बहुत छोटी थी. रातभर डर लगता था. घर के पुरुष डंडा लेकर पहरा देते थे और घर की औरतों को मिर्ची की पोटली बनाकर तैयार रखना पड़ता था...' माधवी लता ने एक इंटरव्यू में यह खुलासा किया.
हैदराबाद से भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि ऐसा इसलिए करना पड़ता था क्योंकि पता नहीं था कि आधी रात को एक अलग जगह से 10-15 लोग आ गए और सिर फोड़ दें. जरा सी आवाज हो तो मैं चौंक कर उठ जाती थी.माधवी ने कहा कि इतने सालों के बाद सच्चाई तो यह है कि तब सांप्रदायिक दंगे होते थे आज राजनीतिक दंगे होते हैं. फर्क कुछ नहीं रहा. हैदराबाद को आईटी सिटी के तौर पर जाना जाता है. इस पर माधवी लता ने कहा कि वह हैदराबाद तेलंगाना की राजधानी है लेकिन वह जिसकी बात कर रही हैं वह हैदराबाद लोकसभा सीट है जिसमें 7 विधानसभा सीटें आती हैं.
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कौन हैं माधवी लता?
जब से हैदराबाद लोकसभा सीट पर असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भाजपा ने माधवी लता को उतारा है, वह चर्चा में बनी हुई हैं. भरतनाट्यम डांसर, सिंगर, कुशल वक्ता होने के साथ ही माधवी सोशल एक्टिविस्ट हैं. लोग उन्हें 'लेडी सिंघम' कहते हैं तो वह कहती हैं कि वक्त की जरूरत है. ओवैसी पर अटैक करते हुए माधवी कहती हैं कि हैदराबाद में आज भी कुछ नहीं बदला है. बेचारे मुसलमान भी उतने ही गरीब हैं जितने हिंदू. इस सीट को ओवैसी का गढ़ कहा जाता है. माधवी लता Virinchi Hospitals की चेयरपर्सन हैं. इसकी स्थापना उनके पति विश्वनाथ ने की.
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मदरसों में खाना पहुंचाती हैं माधवी
माधवी लता हैदराबाद में कई मदरसों को फ्री खाना और दवाइयां आदि पहुंचाती हैं. रोजा के समय वह कपड़े, खाना, रेफ्रिजरेटर आदि देती हैं. हालांकि उन्होंने दावा किया कि वे (मुस्लिम समाज के लोग) कहते हैं कि मां किसी से मत बताना क्योंकि उन्हें चेतावनी मिलती है. माधवी ने दावा किया कि मौलाना साहब मेरे टीम मेंबर को कहते हैं कि आए तो टांग तोड़ देंगे.
महिलाओं को बच्चा पैदा करने से क्यों रोकती हैं?
इंटरव्यू में जब पूछा गया कि आप मुस्लिम महिलाओं से बच्चे पैदा नहीं करने को क्यों कहती हैं, तो माधवी ने जवाब दिया कि वह ये नहीं कहतीं कि आप बच्चे पैदा मत कीजिए. वह कहती हैं कि आप कितने भी बच्चे पैदा कीजिए. पांडवों को पैदा कीजिए, कौरवों को पैदा मत कीजिए. वह कहती हैं कि बच्चों को पैदा कीजिए लेकिन अगर आप खाना, पढ़ाई, कपड़ा नहीं दे पा रहे तो आप देश में उन्हें किसको दे रहे. उस बच्चे को पता भी नहीं है कि वह धरती पर क्यों आया है.
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क्या हैदराबाद में लड़कियां बेची जाती हैं?
ओल्ड हैदराबाद में माधवी लता यह क्यों कहती हैं कि यहां लड़कियां बेची जाती हैं? माधवी ने जवाब दिया, '15 दिन पहले की बात है. मिडिल ईस्ट से एक लड़की ने अपनी मां को हैदराबाद फोन किया. मम्मा आप वहां दावत दे दीजिए अगर पैसे हैं तो, आपकी बेटी की 18 बार शादी हुई है. ये सच्चाई है. 16 साल की लड़की की 70 साल के इंसान से शादी होती है अरब में. लड़की तो लड़की होती है मजहब कहां से आया. मेरी भी दो लड़कियां हैं. मैं ये समझाती हूं औरतों को.'
माधवी ने कहा कि मां तो चाहती है कि बेटी अच्छे और इज्जतदार घर में जाए, अच्छे लड़के से शादी हो. पढ़ी-लिखी हो और उसकी गृहस्थी अच्छे से बसे.
वे 2-4 बार शादियां कराते हैं
उन्होंने दावा किया कि हैदराबाद में कई गलियां हैं पसमांदा मुस्लिमों की. जिनकी आवाज चारदीवारों से बाहर नहीं निकलती है. जो गरीबी के दलदल में 2 बार, 4 बार शादियां करवाते हैं क्योंकि उन पैसों से 7 या 8 बच्चों को खाना मिलता है. यह कहते हुए माधवी की आंखों में आंसू आ गए.
माधवी लता कई मुस्लिम संगठनों और ट्रस्ट से जुड़ी हैं. मुस्लिम महिला संगठनों के साथ मिलकर वह कई जनहित के काम कर रही हैं. यही वजह है कि उन्होंने दावा किया है कि इस बार ओवैसी डेढ़ लाख वोटों से हारेंगे. आईबी की रिपोर्ट आने के बाद सरकार ने माधवी लता को वाई प्लस की सुरक्षा दी है.