Lok Sabha Chunav 2024: `मेरे ऊपर स्टेशनरी बर्बाद न करें, पार्टी बचाएं`, नसीहत देते ही कांग्रेस ने संजय निरुपम को निकाला
Maharashtra Lok Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र में कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे संजय निरुपम बागी हो गए हैं. उद्धव ठाकरे के खिलाफ बोलने पर पार्टी ने उनके खिलाफ एक्शन लिया तो उन्होंने भी पलटवार करने में देर नहीं की.
Sanjay Nirupam Hindi News: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे पर बोलना कांग्रेस नेता संजय निरुपम को भारी पड़ गया है. कांग्रेस पार्टी ने उनका नाम राज्य में पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया था. लेकिन उद्धव पर कमेंट की वजह से जब गठबंधन में बात बिगड़ती नजर आई तो पार्टी ने अब उनका पत्ता स्टार प्रचारक सूची से काट दिया है. इस एक्शन के बाद संजय निरुपम ने भी पार्टी नेतृत्व के खिलाफ पलटवार किया है. दोनों के बीच छिड़े इस युद्ध के बाद पार्टी ने देर शाम संजय निरुपम को निकालने की घोषणा कर दी.
स्टार प्रचारकों की सूची से नाम कैंसल- नाना पटोले
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पार्टी के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, 'उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया गया था, जिसे अब कैंसल कर दिया गया है. जो भी पार्टी नेता इस प्रकार के बयान देगा, उसके खिलाफ पार्टी की ओर से एक्शन लिया जाएगा.'
मुझ पर ऊर्जा और स्टेशनरी बेकार न करे कांग्रेस- संजय निरुपम
पार्टी के इस फैसले के बाद संजय निरुपम भी भड़क गए हैं. निरुपम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करके कहा, 'कांग्रेस पार्टी मेरे लिए ज़्यादा ऊर्जा और स्टेशनरी नष्ट ना करे बल्कि अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे. वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है. मैंने जो एक हफ़्ते की अवधि दी थी,वह आज पूरी हो गई है. कल मैं खुद फैसला ले लूंगा.'
उद्धव पर क्यों भड़के थे संजय निरुपम?
महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. लेकिन सीट शेयरिंग पर फाइनल समझौता होने से पहले ही उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना ने 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी. इनमें से 4 सीटें मुंबई की थी. उद्धव ठाकरे गुट ने कहा कि वह कुल 22 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. इस ऐलान के बाद कांग्रेस नेता संजय निरुपम भड़क गए. उन्होंने कहा कि जब दोनों पार्टियां गठबंधन में तो उम्मीदवारों का ऐलान भी सहमति के साथ ही होना चाहिए.
निरुपम ने अपनी पार्टी को दी सलाह
उद्धव ठाकरे पर उंगली उठाते हुए संजय निरुपम ने कहा, यह गलत तरीका है. शनिवार को अपनी पार्टी को सलाह देते हुए निरुपम ने कहा कि कांग्रेस को मुंबई में सीटों पर दावे के लिए उद्धव ठाकरे के दबाव में नहीं आना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के सपोर्ट के बिना उद्धव ठाकरे मुंबई में एक भी सीट नहीं जीत सकते.
क्या है निरुपम- उद्धव विवाद की वजह
निरुपम के इस तरह भड़कने की वजह मुंबई की उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट मानी जा रही है. मौजूदा समय में इस सीट पर शिवसेना नेता गजानन कीर्तिकर सांसद हैं. उन्होंने यह सीट पिछले चुनाव में संजय निरुपम को हराकर जीती थी. इस बार गजानन कीर्तिकर एकनाथ शिंदे वाले गुट के साथ हैं. उद्धव ठाकरे ने इस सीट से अमोल कीर्तिकर को उतार दिया है, जबकि संजय निरुपम इस सीट से खुद लड़ने की तैयारी कर रहे थे. उद्धव के इस दावे को कांग्रेस ने भी मान लिया, जिससे निरुपम का सपना चकनाचूर हो गया.
पार्टी छोड़ सकते हैं संजय निरुपम?
अपने साथ हुए इस खेल से संजय निरुपम उखड़े हुए हैं. उन्होंने पहले कांग्रेस नेतृत्व को उद्धव ठाकरे से बचकर रहने की सलाह दी. जब उस सलाह पर कोई असर नहीं हुआ तो उन्होंने पार्टी को एक सप्ताह में स्थितियों पर विचार कर कार्रवाई का अल्टीमेटम दे दिया. इसके बाद पार्टी नेतृत्व के संकेत पर पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष ने उन्हें स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर कर दिया. माना जा रहा है कि अपने साथ हुए इस व्यवहार के बाद निरुपम पार्टी को अलविदा भी कह सकते हैं.