Mallikarjun Kharge: चुनाव परिणाम आ चुके हैं अब सरकार गठन को लेकर उठापटक का दौर जारी है. इसी बीच दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिना नाम लिए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को साथ आने का ऑफर दे दिया है. उन्होंने कहा कि संविधान की प्रस्तावना में आस्था रखने वाले दलों का 'इंडिया' गठबंधन में स्वागत है. असल में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 'इंडिया' गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक में बुधवार को कहा कि इस गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में अटूट आस्था रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं. 


'तालमेल से लड़े और पूरी ताक़त से लड़े'


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खरगे ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ है, लेकिन वह इसे नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे. खरगे ने बैठक में अपने संबोधन में कहा, "मैं ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी साथियों का स्वागत करता हूं. हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताक़त से लड़े. आप सबको बधाई." उन्होंने कहा, "18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ख़िलाफ़ है. चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत न देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ़ संदेश दिया है." 


न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध 


कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, व्यक्तिगत रूप से नरेन्द्र मोदी के लिए यह ना सिर्फ़ राजनीतिक शिकस्त है, बल्कि नैतिक हार भी है. उन्होंने दावा किया, "परन्तु, हम सब उनकी आदतों से वाक़िफ़ हैं. वो इस जनमत को नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे." खरगे ने कहा, "हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि ‘इंडिया’ गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है, जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते है और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं.


तो क्या सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेंगे?


खरगे ने मीटिंग के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि INDIA गठबंधन के नेताओं ने देश में जारी राजनीतिक हालातों पर चर्चा की. हमारी बैठक में कई सारे सुझाव आए और आखिर में जो निष्कर्ष आया, उसके बारे में आपको बताना चाहता हूं. इसके बाद उन्होंने फिर से सारी बातें बताईं. खरगे ने तो वैसे सीधा यह नहीं कहा कि इंडिया गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेगा लेकिन उनकी बात से यह लग रहा है कि फिलहाल इंडिया गठबंधन में यही सहमति बनी है.