Misrikh Lok Sabha Election 2024: मिश्रिख लोकसभा सीट की जनता को बहुत उदार माना जाता है. उसने भारतीय जनसंघ से लेकर कांग्रेस, जनता पार्टी, बीजेपी, सपा और बसपा, सभी को बारी- बारी से शासन करने का मौका दिया है. अब पिछले 10 सालों से इस सीट पर बीजेपी काबिज है और पहले 2014 में अंजू बाला और 2019 में अशोक कुमार रावत  सांसद बने. बीजेपी को इस बार भी जनता का आशीर्वाद मिलेगा या बदलाव होगा, यह देखने लायक बात होगी. 


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मिश्रिख लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024


मिश्रिख लोकसभा सीट 1962 में पहली बार अस्तित्व में आई थी. मिश्रिख लोकसभा सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 25 लाख 66 हजार के करीब है. यहां पर एससी वोटर्स की संख्या करीब 33 फीसदी है. मिश्रिख में मुस्लिम आबादी करीब 10 फीसदी है.


पहली बार 1962 में हुए लोकसभा चुनाव 


मिश्रिख लोकसभा सीट 1962 में पहली बार अस्तित्व में आई थी और तब से अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रही है. पहले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनसंघ के गोकरन प्रसाद ने इस सीट से जीत हासिल की थी. इसके बाद अगले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया. फिर जनता पार्टी और फिर अगले 4 कार्यकाल तक कांग्रेस का कब्जा रहा. 


बीजेपी का 1996 में खुला सीट पर खाता


बीजेपी का इस सीट पर पहली बार खाता 1996 में खुला, जब परागी लाल इस सीट से जीते. इसके बाद बसपा और फिर सपा ने जीत हासिल की. वर्ष 2004 और 2009 में एक बार फिर बसपा के हाथी ने सबको ढेर किया. वर्ष 2014 में देशभर में शुरू हुई मोदी लहर में बीजेपी टिकट पर अंजू बाला और फिर 2019 में अशोक कुमार रावत विजयी रहे. 


इस बार रिश्तेदारों में देखने को मिलेगी जंग


बीजेपी ने इस बार फिर भी अपने मौजूदा सांसद अशोक कुमार रावत पर दांव आजमाया है. जबकि सपा ने रामपाल राजवंशी को टिकट दिया है. दोनों नेता करीबी रिश्तेदार हैं. ऐसे में मिश्रिक सीट पर दोनों पार्टियों के साथ ही उम्मीदवारों के रिश्तेदारों में भी द्वंद देखने को मिल सकता है. रामपाल राजवंशी सपा के पुराने नेता रहे हैं और प्रदेश में 2 बार मंत्री रह चुके हैं. मिश्रिख सीट पर वे 2022 में असेंबली का चुनाव हार चुके हैं और अब पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में उतारा है. 


मिश्रिख में शामिल असेंबली सीटें


मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र में 5 असेंबली सीटें आती हैं. इनके नाम बालामऊ, मिश्रिख, संडीला, बिलग्राम और बिल्हौर हैं. इनमें मिश्रिख सीट (एससी) सीतापुर जिले में पड़ती है. जबकि बिल्हौर सीट कानपुर में आती है. बिलग्राम, बालामऊ (एससी) और संडीला सीट हरदोई जिले में आती है. इन सभी पांचों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. इस लिहाज से बीजेपी की स्थिति यहां मजबूत नजर आती है. ऐसे में सपा नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री रामपाल राजबंशी की आसान नहीं रहेगी. 


मिश्रिख लोकसभा के सामाजिक समीकरण 


मिश्रिख लोकसभा सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 25 लाख 66 हजार के करीब है. यहां पर एससी वोटर्स की संख्या करीब 33 फीसदी है. सही मायने में कहा जाए तो इन्हीं के हाथ में सत्ता की चाभी रहती है. उनके अलावा ब्राह्माण, कुर्मी, वैश्य भी यहां ठीक ठाक तादाद में हैं. मिश्रिख में मुस्लिम आबादी करीब 10 फीसदी है. 


मिश्रिख लोकसभा क्षेत्र का चुनावी इतिहास


वर्ष विजेता पार्टी
2019 अशोक कुमार रावत बीजेपी
2014 अंजू बाला बीजेपी
2009 अशोक कुमार रावत बसपा
2004 अशोक कुमार रावत बसपा
1999 सुशीला सरोज सपा

मिश्रिख लोकसभा चुनाव 2024


पार्टी उम्मीदवार मिले वोट विजेता
बीजेपी अशोक कुमार रावत    
सपा रामपाल राजबंशी    
बसपा      
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