BJP Muslim Outreach: हिंदुत्व के एजेंडे पर चलने वाली भाजपा अब मुसलमानों को साधने की कोशिश कर रही है. वह चाहती है कि उसकी 'मुस्लिम विरोधी' छवि टूटे. ऐसे में मिशन 2024 के तहत बीजेपी ने विशेष रणनीति तैयार की है. 1 फरवरी से बीजेपी का कौमी चौपाल मुस्लिम बहुल गांवों पर फोकस करेगा. भाजपा की कोशिश है कि कौमी चौपाल लगाकर गांवों के मुसलमानों की समस्याएं सुनी जाएं. चुनाव में यूपी की 75 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा का पसमांदा सम्मेलन, सूफी सम्मेलन और कौमी चौपाल अल्पसंख्यकों को लुभाने का ही प्रयास है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुस्लिमों को क्या बताएंगे


2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मुस्लिम समुदाय के लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी देंगे. उन्हें बताया जाएगा कि मोदी सरकार की योजनाओं में कोई भेदभाव नहीं है. सबका साथ, सबका विकास पीएम मोदी का मूलमंत्र रहा है. इसमें किसी भी सम्प्रदाय के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है. 


राम मंदिर पर गलतफहमी


पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुस्लिम समुदाय के बीच राम मंदिर को लेकर फैलाई जा रही गलतफहमी को भी दूर किया जाएगा. उन्हें बताया जाएगा कि राम मंदिर पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ने दिया है, सरकार उस पर अमल कर रही है. 


पश्चिम यूपी के 4100 गांवों पर फोकस


कौमी चौपाल का पहला चरण यूपी में होने जा रहा है. पश्चिम यूपी के 4100 मुस्लिम बहुल गावों में बीजेपी कार्यकर्ता जाएंगे. बीजेपी मुस्लिम मोर्चा इस कार्यक्रम की अगुआई करेगा. इसके जरिए पश्चिम यूपी की 21 लोकसभा सीटों के मुस्लिम वोटरों को बीजेपी साधना चाहेगी. यह अभियान पूरे देश में अलग-अलग समय पर चलाया जाएगा.