Phulpur Lok Sabha Election 2024: यूपी की वो लोकसभा सीट पता है, जहां से कभी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू चुनाव लड़ते थे? जी हां, प्रयागराज जिले की फूलपुर लोकसभा सीट हाई प्रोफाइल मानी जाती है. बाद में बाहुबली अतीक अहमद ने भी यहीं से चुनाव जीता. कुछ महीने पहले जब नीतीश कुमार एनडीए से बाहर थे तब उनके फूलपुर से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं. 2014 के चुनाव में यूपी के मौजूदा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी यहीं से जीत कर संसद पहुंचे थे. पहली बार यह सीट तब भाजपा के खाते में गई थी. इस बार क्या भाजपा जातीय समीकरणों को साध कर एक बार फिर 'कमल' खिला पाएगी? 


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फूलपुर लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट


फूलपुर सीट पर 6वें चरण में वोटिंग हुई. 25 मई 2024 को कुल 48.91 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले. सबसे कम वोटिंग इलाहाबाद नॉर्थ में हुई. नतीजे 4 जून को आएंगे. 


फूलपुर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार
भाजपा -
सपा (+कांग्रेस) -
बसपा -

 


पटेल, यादव और मौर्य वोटर ज्यादा


फूलपुर सीट पर चुनाव पूरी तरह जातीय समीकरण पर केंद्रित होता है. केशव प्रसाद मौर्य के आने से ही बड़ी संख्या में वोट एकजुट हुए थे और वह जबर्दस्त जीत हासिल करने में सफल रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में फूलपुर से केसरी देवी पटेल भाजपा से जीतीं. उन्होंने सपा के पंधारी यादव को हराया था. अक्सर यहां पटेल, यादव, मौर्य या मुस्लिम उम्मीदवार ही उतारे जाते हैं. 


देश की प्रमुख लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की लिस्ट देखिए


यहां कुल 20 लाख वोटर हैं. प्रयागराज शहर का भी कुछ हिस्सा फूलपुर सीट में शामिल है. हाल के वर्षों में फूलपुर से लेकर झूंसी तक सड़कें अच्छी हुईं. चौड़ीकरण का काम हुआ और माघ मेले के चलते सुंदरीकरण भी खूब हुआ. इससे जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिली है. फूलपुर में ही इफको प्लांट भी है. हां, एक बात और प्रयागराज जिले की दोनों लोकसभा सीट फिलहाल भाजपा के पास है. 


प्रयागराज जिले का इतिहास यहां पढ़िए


हालांकि गांव के इलाकों में अब भी काफी पिछड़ापन है. शहर से 30 किमी दूर इस सीट पर मुस्लिमों की आबादी भी बड़ी भूमिका निभाती है. 


खैर, भाजपा की पहली लिस्ट में यहां से कैंडिडेट घोषित नहीं हुआ. सपा की तरफ से भी प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस बरकरार है. कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद यह सीट सपा के पास गई है. कई पूर्व विधायक और सांसद सपा का टिकट मांग रहे हैं. उधर सपा की सहयोगी अपना दल कमेरावादी की मुखिया कृष्णा पटेल का नाम भी चर्चा में आ गया है. इसकी बड़ी वजह यह है कि उनके पति यानी मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल के पिता सोने लाल पटेल इसी सीट से चुनाव लड़ते थे. 


फूलपुर लोकसभा सीट से कब कौन बना सांसद
1952  जवाहर लाल नेहरू  कांग्रेस
1957  जवाहर लाल नेहरू  कांग्रेस
1962  जवाहर लाल नेहरू  कांग्रेस
1964  विजय लक्ष्मी पंडित  कांग्रेस
1967  विजय लक्ष्मी पंडित  कांग्रेस
1969  जनेश्वर मिश्र  संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी
1971  विश्वनाथ प्रताप सिंह  कांग्रेस
1977  कमला बहुगुणा  जनता पार्टी
1980  बीडी सिंह  जनता पार्टी (सेक्युलर)
1984  राम पूजन पटेल  कांग्रेस
1989  राम पूजन पटेल  जनता दल
1991  राम पूजन पटेल  जनता दल 
1996  जंगबहादुर पटेल  सपा
1998  जंगबहादुर पटेल  सपा
1999  धर्मराज पटेल  सपा
2004  अतीक अहमद  सपा
2009  कपिल मुनि करवरिया  बसपा
2014  केशव प्रसाद मौर्य  भाजपा
2018  नागेन्द्र प्रताप पटेल  सपा
2019  केशरी देवी पटेल  भाजपा