PM Modi Rally: लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग से पहले मीडिया के लोग प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी भाषणों का विश्वेषण करके अपनी रिपोर्ट रखते, उससे पहले कांग्रेस (Congress) ने पीएम मोदी के सियासी प्रचार वाले भाषणों का 'पोस्टमार्टम' यानी एनालिसिस करके बीजेपी (BJP) को घेरने की कोशिश की. अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में मल्लिकार्जुन खरगे ने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बीते 15 दिनों के चुनावी रैली में ‘मंदिर’ शब्द का इस्तेमाल 421 बार, खुद के नाम, ‘मोदी’ को 758 बार दोहराया है.


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मोदी के भाषणों का एनालिसिस


कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि मोदी ने इसी समय अवधि के दौरान अपने भाषणों ‘मुसलमान’, ‘पाकिस्तान’ और ‘अल्पसंख्यकों’ का जिक्र 224 बार किया लेकिन महंगाई और बेरोजगारी के बारे में कोई बात नहीं की. खड़गे ने अपनी बात आगे बढ़ाते कहा, 'अगर हम बीजेपी (BJP) के प्रचार अभियान को देखते हुए प्रधानमंत्री के बारे में बात करें, तो पिछले 15 दिनों में उन्होंने 232 बार कांग्रेस का जिक्र किया और 573 बार इंडी गठबंधन और विपक्षी दलों के बारे में बात की. लेकिन उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी के बारे में एक बार भी बात नहीं की. इससे पता चलता है कि उन्होंने महत्वपूर्ण मुद्दों को एक तरफ रख दिया और प्रचार अभियान में केवल अपने बारे में ही बात की.'


पीएम ने हजारों बार बोले ये दो शब्द


'क्विंट' की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च के बाद से 155 चुनावी रैलियों में पीएम मोदी ने 2942 बार 'कांग्रेस' शब्द का इस्तेमाल किया. वहीं 2862 बार खुद अपने नाम यानी 'मोदी' शब्द का इस्तेमाल किया. 


इन मुद्दों पर केंद्रित रहा भाषण


कांग्रेस: ​​2942
मोदी:   2862
खराब:  949
SC/ST/OBC: 780
विकास: 633
इंडिया ब्लॉक: 518
मोदी की गारंटी: 342
भ्रष्टाचार: 341
मुसलमान: 286
महिला: 244
राम मंदिर: 244
विकसित भारत: 119
पाकिस्तान: 104
परिवारवाद: 91
नौकरियां: 53
विपक्ष: 35
आत्मनिर्भर भारत: 23
अमृत ​​काल: 4


जब भाषणों का गियर बदला- 5 मुद्दों पर घेर लिया विपक्ष?


एक अन्य विश्लेषण के मुताबिक 'कांग्रेस का परिवारवाद', 'पाकिस्तान', 'भ्रष्टाचार', 'विरासत कर' और 'मोदी की गारंटी' ये पांच शब्द रहे जिनके आधार पर मोदी ने कांग्रेस पार्टी समेत पूरे इंडिया गठबंधन को अपने चक्रव्यूह में घेर लिया. भाषणों के चरण-वार विश्लेषण से पता चलता है कि उन्होंने विभिन्न चरणों में कैसे गियर बदलते हुए नए-नए मुद्दे उठाए और अपने शब्द जाल में विपक्ष को घेरने की कोशिश की. उनका ये चक्रव्यूह तोड़ने में विपक्ष कितना कामयाब रहा इसका पता चार जून को चलेगा. इसके साथ ही आपको ये भी बता दें कि कैसे चरण बद्ध तरीके से पीएम मोदी ने अपने चुनावी कौशल का इस्तेमाल किया. पहले चरण के लिए पीएम मोदी ने 38, दूसरे के लिए 16, तीसरे के लिए 36, चौथे में 18, पांचवे में 18, छठे में 19 और सातवें चरण के लिए 10 रैलियां और जनसभाएं की थीं.


पीएम मोदी ने पहले और दूसरे चरण के भाषणों में औसतन प्रति भाषण एक से भी कम बार 'मुसलमानों' का जिक्र किया. लेकिन तीसरे फेज के बाद उन्होंने गेयर बदला और इस शब्द को पुकारने का उनका औसत दोगुने से भी अधिक हो गया. यानी तीसके चरण से पीएम मोदी हर भाषण में दो से ज्यादा बार 'मुसलमान' शब्द का प्रयोग किया.


बीजेपी का पलटवार


इस कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बीजेपी नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा, 'कांग्रेस अपनी ऐसी बातें करके अपनी हताशा और निराशा छिपा रही है, क्योंकि जनता पीएम मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का फैसला ले चुकी है.'