Sasaram Lok Sabha Chunav Result 2024: सासाराम लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें तीन सीटें कैमूर जिले की हैं और तीन सीटें रोहतास जिले की. सासाराम लोकसभा क्षेत्र में आने वाली छह विधानसभा सीटों के नाम मोहनिया, भभुआ, चैनपुर, चेनारी, सासाराम और करगहर हैं. इसमें से चेनारी और मोहनिया अनुसूचित जाति (एससी) के लिए रिजर्व सीट है. सासाराम लोकसभा सीट भी अनुसूचित जाति (एससी) के लिए सुरक्षित है.


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सासाराम की सभी 6 विधानसभा सीटों से NDA का सफाया


बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में सासाराम लोकसभा सीट की सभी छह विधानसभा सीटों पर एनडीए का सफाया हो गया था. इन छह सीटों में से तीन पर राजद का कब्जा है, दो पर कांग्रेस का और एक विधानसभा सीट पर बसपा का विधायक है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सासाराम सीट पर सातवें और आखिरी चरण में एक जून को मतदान होगा. 


सासाराम लोकसभा सीट पर मौजूदा सियासी समीकरण


एनडीए की सीट शयेरिंग में इस बार भी सासाराम सीट भाजपा के खाते में आई है. हालांकि, इस बार भाजपा के लिए इस लोकसभा सीट पर लड़ाई मुश्किल बताई जा रही है. सासाराम लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर छेदी पासवान ही जीत दर्ज करते आ रहे हैं. उससे पहले दो बार कांग्रेस की मीरा कुमार सांसद थीं. इस बार एनडीए और इंडी गठबंधन ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है.


सासाराम लोकसभा क्षेत्र की डेमोग्राफी और जातीय समीकरण 


सासाराम लोकसभा क्षेत्र में कुल 1,402,789 मतदाता हैं. इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 6,52,146 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 7,50,643 है. इस लोकसभा सीट पर हिंदू मतदाताओं की संख्या 70 प्रतिशत से अधिक है. वहीं, मुस्लिमों की आबादी 25 प्रतिशत से अधिक है. सासाराम लोकसभा सीट का जातीय समीकरण भी दिलचस्प है. सासाराम में 20 प्रतिशत सवर्ण मतदाताओं के साथ ही 20 प्रतिशत दलित मतदाता भी हैं. वहीं, ओबीसी समुदाय के कुशवाहा मतदाताओं की संख्या 14 प्रतिशत के आसपास है. 


सासाराम लोकसभा सीट का अब तक का चुनावी इतिहास 


सासाराम लोकसभा सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता बाबू जगजीवन राम का दबदबा रहा था. साल 1952, 1957, 1962, 1967 और 1971 में कांग्रेस के टिकट पर लगातार जीते. इसके बाद लोकसभा चुनाव 1977 और 1980 में बाबू जगजीवन राम जनता पार्टी के टिकट पर सासाराम से जीते. उन्होंने 1984 में कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी जगजीवन कांग्रेस बनाई और उसके टिकट पर भी उन्हें जीत मिली, लेकिन उनके निधन के बाद जब 1989 में लोकसभा चुनाव हुआ तो जनता दल के उम्मीदवार छेदी पासवान ने जीत हासिल की.


इस बार छेदी पासवान या किसी नए चेहरे को मौका देगी भाजपा?


जनता दल के ही टिकट पर छेदी पासवान ने 1991 में भी जीत दर्ज की. लोकसभा चुनाव 1996 और 1999 में भाजपा के उम्मीदवार मुनि लाल जीते. साल 2004 और 2009 में बाबू जगजीवन राम की बेटी मीरा कुमार को सासाराम से जीत मिली. उसके बाद से भाजपा में आकर छेदी पासवान ने 2014 और 2019 में जीत हासिल की. लोकसभा चुनाव 2024 में देखना होगा कि भाजपा छेदी पासवान को मौका देती है या किसी नए चेहरे को चुनाव मैदान में उतारती है.


सासाराम लोकसभा क्षेत्र से अब तक चुने गए सांसदों की सूची 


1952: जगजीवन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (शाहाबाद दक्षिण सीट)
1952: राम सुभाग सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (शाहाबाद दक्षिण सीट)
1957: जगजीवन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1957: राम सुभाग सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962: जगजीवन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1967: जगजीवन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1971: जगजीवन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1977: जगजीवन राम, जनता पार्टी
1980: जगजीवन राम, जनता पार्टी (पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में)
1984: जगजीवन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (जगजीवन)
1989: छेदी पासवान, जनता दल
1991: छेदी पासवान, जनता दल
1996: मुनि लाल, भारतीय जनता पार्टी
1998: मुनि लाल, भारतीय जनता पार्टी
1999: मुनि लल्ल, भारतीय जनता पार्टी
2004: मीरा कुमार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2009: मीरा कुमार, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
2014: छेदी पासवान, भारतीय जनता पार्टी
2019: छेदी पासवान, भारतीय जनता पार्टी