Ujiarpur Lok Sabha Chunav Result 2024: बिहार में भाषाई खासियत के आधार पर देखें तो उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र मिथिलांचल और बज्जिकांचल दोनों में फैला हुआ है. साल 2009 में नए परिसीमन के आधार पर समस्तीपुर जिले से पांच सरायरंजन, मोरवा, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर, उजियारपुर और वैशाली जिले से एक पातेपुर विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र का गठन किया गया था. उससे पहले यह इलाका समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र में शामिल था. उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में अब तक हुए तीनों चुनावों में एनडीए ने ही जीत हासिल की है. 


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आपातकाल से पहले कांग्रेस और बाद में समाजवादियों का गढ़, अब भाजपा का कब्जा


आपातकाल से पहले कांग्रेस और बाद में समाजवादियों का गढ़ माने जाने वाले इलाके उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में जदयू नेता अश्वमेध देवी पहली सांसद बनीं. इसके बाद चुनावों में भाजपा लगातार जीत रही है. यानी उजियारपुर लोकसभा सीट पर एनडीए के दलों का ही बोलबाला है. लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा और जदयू अलग होकर मैदान में उतरी थी. हाजीपुर के विधायक रहे नित्यानंद राय ने भाजपा के टिकट के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. लोकसभा चुनाव 2019 में भी राय ने कामयाबी पाई. उन्होंने कुल मतदान का 56.08 प्रतिशत हिस्सा अपने पाले में किया था. लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने पर नित्यानंद राय को मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री बनाया गया.  


उजियारपुर लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट


लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में, 13 मई को उजियारपुर सीट पर मतदान हुआ था. 04 जून 2024 को वोटों की गिनती के बाद चुनाव आयोग की ओर से आधिकारिक रिजल्ट जारी किया जाएगा. 


नीतीश कुमार की घर वापसी के बाद बदला सियासी गणित, किसके बीच मुकाबला


जदयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी, 2024 को इंडी गठबंधन छोड़कर एनडीए में घरवापसी कर ली. इसके बाद बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर नया समीकरण बन रहा है. एनडीए में जदयू, भाजपा और उपेंद्र कुशवाहा तीनों इस सीट पर दावा कर रहे हैं. हालांकि, सीटिंग एमपी के फॉर्मूले से भाजपा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. दूसरे फॉर्मूले के तहत भाजपा नित्यानंद रॉय की सीट बदलकर नया एडजस्टमेंट भी कर सकती है.


दूसरी ओर, इंडी गठबंधन की ओर से राजद उजियारपुर लोकसभा सीट को अपने खाते में ही रखने वाला है. उसके उम्मीदवार आलोक कुमार मेहता यहां से फिर मैदान में उतर सकते हैं. चर्चा है कि राजद उनकी जगह लालू परिवार के किसी सदस्य को भी उम्मीदवार बना सकता है. हालांकि, उसकी सहयोगी सीपीएम भी इस सीट पर दावा कर रही है. क्योंकि उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र गठन के बाद से सीपीएम लगातार अपना उम्मीदवार उतार रही है.


उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में जातीय और मौजूदा सियासी समीकरण


उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में शामिल छह विधानसभा सीटों में उजियारपुर और मोरवा पर राजद का कब्जा है. सरायरंजन में जदयू और विभूतिपुर में सीपीएम के विधायक हैं. बाकी मोहिउद्दीननगर और पातेपुर भाजपा के के पास है. उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 14,24,012 है. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 7,62,639 और महिला मतदाताओं की संख्या 6,61,346 हैं. जबकि, थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 27 है. 


जातीय समीकरण की बात करें तो उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में कुशवाहा और यादव जाति के मतदाताओं की संख्या कमोवेश बराबर हैं. ऐसे में इन्हें निर्णायक वोटर माना जाता है. उजियारपुर लोकसभा में कुशवाहा वोटरों की संख्या लगभग 2.5 लाख, यादव दो लाख से ज्यादा, भूमिहार 1.7 लाख, ब्राह्मण और राजपूत दो-दो लाख, दलित 1. 5 लाख, महादलित 50 हजार, वैश्य 1. 5 लाख, कुर्मी 50 हजार और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या करीब 75 हजार है.