Lok Sabha Chunav 2024: बीजेपी ने यूपी विधानपरिषद चुनाव के लिए अपने सात उम्मीदवारों की लिस्ट शनिवार शाम को जारी की. इस लिस्ट में चार नए चेहरों को शामिल किया गया है. वहीं, तीन नेताओं को रिपीट किया गया है. बीजेपी एमएलसी कैंडिडेट की लिस्ट में जातिगत समीकरण भी साफ नजर आ रहा है. इनमें एक ब्राह्मण, दो क्षत्रिय, एक गुर्जर, एक जाट, एक भूमिहार और एक वैश्य को उम्मीदवार बनाया गया है. भाजपा के ये सभी उम्मीदवार 11 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पांच मई को खत्म हो रहा है विधान परिषद के 13 सदस्यों का कार्यकाल


बीजेपी के यशवंत, विजय बहादुर पाठक, विद्यासागर सोनकर, डॉ. सरोजनी अग्रवाल, अशोक कटारिया, अशोक धवन, बुक्कल नवाब, महेंद्र कुमार सिंह, निर्मला पासवान, मोहसिन रजा, अपना दल (एस ) के आशीष पटेल, बसपा के भीमराव आंबेडकर और सपा के नरेश उत्तम पटेल का कार्यकाल पांच मई को समाप्त हो रहा है. पांच मई को खाली होने वाली यूपी विधान परिषद की इन्हीं 13 सीटों के लिए ही चुनाव कराया जा रहा है.  यूपी विधान परिषद चुनाव में विधान सभा के सदस्य ही वोट देंगे. 


यूपी विधान परिषद की खाली हो रही 13 सीटों में 10 जीतेगा एनडीए 


यूपी विधान परिषद की इन 13 सीटों पर होने वाले चुनाव में 10 सीटों पर एनडीए उम्मीदवार जीत सकते हैं. हालांकि, इनमें रालोद ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. बीजेपी के कैंडिडेट के अलावा एक सीट एनडीए के सहयोगी अपना दल (एस) को दी जाएगी. अपना दल (एस ) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल दसवीं सीट से फिर से उम्मीदवार होंगे. बीजेपी ने विजय बहादुर पाठक, डॉ. महेंद्र सिंह, अशोक कटारिया को दोबारा मौका दिया है. वहीं, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह, डॉ धर्मेंद्र सिंह, मोहित बेनीवाल और राम तीरथ सिंह को बतौर नया चेहरा पेश किया है.


देश में 40 या उससे ज्यादा सीटों वाले चार राज्यों पर ज्यादा फोकस


लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी देश में 40 या उससे ज्यादा सीटों वाले चार राज्यों पर ज्यादा फोकस कर रही है. इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र का नाम शामिल है. यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की संसदीय सीट के साथ ही 51 उम्मीदवारों के नाम का एलान बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में ही कर दिया है. 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में बीजेपी सभी 80 सीट जीतना चाहती है. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी 16 सीटें नहीं जीत पाई थी.


यूपी में एक के बाद एक सधी हुई बैटिंग से बीजेपी ने लगाया चुनावी चौका


इसके लिए बीजेपी ने यूपी में राज्यसभा चुनाव के दौरान विपक्ष के कई विधायकों को क्रॉस वोटिंग करने में मजबूर कर दिया. विपक्ष के कई बड़े चेहरे को भाजपा में शामिल करवाया. रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को एनडीए में लाकर विपक्षी गठबंधन को कमजोर किया. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवारों का एलान किया. योगी मंत्रिमंडल का विस्तार किया और राज्यसभा चुनाव की तरह ही विधान परिषद चुनाव में भी जातीय और क्षेत्रीय समीकरण का भरपूर ध्यान रखा.