UP Bypolls 2024: उत्तर प्रदेश में उपुचनाव के लिए 9 सीटों पर वोटिंग जारी है. इस बीच समाजवादी पार्टी (SP) ने आरोप लगाया हैं कि कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में पुलिसकर्मी मतदाताओं को मतदान करने से रोक रहे हैं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दावा किया कि बुर्का पहनी महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं. इसके बाद सपा और भाजपा दोनों ने निर्वाचन आयोग (ECI) से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.


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पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे बुर्का पहनी महिलाओं के चेहरे?


विपक्ष के दावों का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनावों में हार से डरे हुए हैं. शुक्ला ने कहा, 'समाजवादी पार्टी ने मतदाताओं पर से भरोसा खो दिया है. इसलिए उन्होंने उपचुनाव वाले क्षेत्रों में बाहरी उपद्रवी तत्वों को इकट्ठा किया है. कई मीडिया खबरों के अनुसार, बुर्का पहने महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं.' उन्होंने कहा. 'भाजपा निर्वाचन आयोग और प्रशासन से अपील करती है कि वे सुनिश्चित करें कि मिलान किए बिना मतदान की अनुमति न दी जाए.' भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि लोगों को पहचान पत्र दिखाने चाहिए और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए.


अखिलेश यादव ने वोटिंग के बीच उठाए सवाल


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट और निर्वाचन आयोग से वीडियो साक्ष्य के आधार पर तत्काल संज्ञान लेने तथा दंडात्मक कार्रवाई करने और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की अपील की. अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, 'माननीय उच्चतम न्यायालय और निर्वाचन आयोग से आग्रह है कि अभी-अभी प्राप्त वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया भी सुनिश्चित करें. जो भी पुलिस अधिकारी पहचान पत्र और आधार आईडी जांच रहे हैं, वीडियो के आधार पर उनकी पहचान कर उन्हें तुरंत निलंबित किया जाए. पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र जांचने का कोई अधिकार नहीं है.'


अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार सुम्बुल राणा का एक वीडियो साझा किया, जिसमें पुलिसकर्मियों पर मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करने से रोकने का आरोप लगाया गया है. राणा ने संवाददाताओं से कहा, 'हम गांव-गांव जा रहे हैं, लोगों को परेशान किया जा रहा है और उन्हें वोट नहीं डालने दिया जा रहा है. पुलिस अधिकारी लोगों को परेशान कर रहे हैं, उनसे कह रहे हैं कि वे वोट नहीं दे सकते. वे पहले एक पहचान पत्र मांग रहे है, फिर दूसरा पहचान पत्र मांग रहे हैं. वे सभी पहचान पत्रों की जांच कर रहे हैं, लेकिन फिर भी लोगों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है.' राणा ने दावा किया कि इस तरह की शिकायतें नयागांव, नगला बुजुक, संबलहेड़ा और निर्वाचन क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों से आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया, 'हम शिकायतें दर्ज करा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई जांच नहीं की जा रही है.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)