Asha Parekh Movies: हिंदी सिनेमा की सबसे शानदार अभिनेत्रियों की बात की जाए, तो इस लिस्ट में गुजरे जमाने की एक्ट्रेस आशा पारेख (Asha Parekh) का नाम जरुर शामिल होगा.  आशा पारेख बेहतरीन अभिनेत्री थीं जब प्यार किसी से होता है, दिल देके देखो, तीसरी मंजिल और कारवां जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है.  उस दौर में शम्मी कपूर (Shammi Kapoor), राजेश खन्ना (Rajesh Khanna), देव आनंद (Dev Anand) और धर्मेंद्र (Dharmendra) जैसे बॉलीवुड अभिनेता आशा पारेख को अपना लकी चार्म मानते थे. हर अभिनेता  उनके साथ फिल्म करना चाहता था क्योंकि फिल्में हिट होनी तय थीं. लेकिन यह जानकर आपको हैरानी होगी कि 60 और 70 के दशक में दिलों पर राज करने वाली इस अभिनेत्री को पहली ही फिल्म से हटा दिया गया था.


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दरअसल, उन्हें डायरेक्टर विजय भट्ट की फिल्म गूंज उठी शहनाई में राजेंद्र कुमार के साथ कास्ट किया गया था. कुछ शूटिंग करने के बाद उन्हें फिल्म छोड़ने के लिए कहा गया क्योंकि उनकी जगह कोई और एक्ट्रेस को फिल्म में ले लिया गया था. फिल्म निर्माता को लगा कि वह 'स्टार मटेरियल' नहीं हैं इसलिए फिल्म से उनकी छुट्टी कर दी गई. आशा पारेख इससे परेशान हो गईं और फिल्म प्रोड्यूसर शशधर मुखर्जी के एक्टिंग स्कूल में दाखिला ले लिया, जो उनके गुरु भी बने. उन्होंने आशा पारेख को हार न मानने की सलाह दी थी.



इसके कुछ समय बाद उन्हें नासिर हुसैन का फोन आया, जिन्होंने उन्हें दिल देके देखो में शम्मी कपूर के साथ लीडिंग एक्ट्रेस के तौर पर कास्ट करने का फैसला किया. इस फिल्म ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया और फिर आशा को पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी. बता दें कि आशा को बचपन में एक स्कूल फंक्शन के दौरान बिमल रॉय ने देखा था. इसके बाद उन्हें 1952 में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर फिल्म में कास्ट कर लिया था. इसके लिए उन्हें 100 रु. की फीस भी दी गयी थी. इसके बाद आशा एक्ट्रेस बनीं और फेमस होती गईं.