इस महिला ने जीता था भारत के लिए पहला ऑस्कर, 29 साल बाद लौटानी पड़ी थी ट्रॉफी
Bhanu Athaiya Oscar Story: भानु ने अपने करियर में 100 फिल्मों के लिए डिजाइन किया, जिनमें साहिब बीवी और गुलाम (Sahib, Biwi aur Ghulam), चांदनी (Chandni) से लेकर लगान (Lagaan) और स्वदेस (Swades) जैसी फिल्में शामिल हैं.
Bhanu Athaiya Life Facts: ऑस्कर जीतने वाली पहली भारतीय भानु अथैया (Bhanu Athaiya) .1983 में भानु को 1982 की फिल्म गांधी (Gandhi) के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर का ऑस्कर मिला हालांकि, भानु ने 30 सालों बाद ये अवॉर्ड लौटा दिया. 28 अप्रैल 1929 को कोल्हापुर में जन्मीं भानु अथैया उर्फ भानुमति के पिता उनके 10 साल के होते ही गुजर गए. आगे भानु ने जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से पढ़ाई पूरी की और वीकली मैगजीन्स के लिए फैशन इलस्ट्रेशन बनाने लगीं.
100 से ज्यादा फिल्मों में डिज़ाइन किए कॉस्टयूम
कुछ सालों बाद जब मैगजीन ईव्स वीकली के एडिटर ने फैशन बुटीक खोला तो उन्होंने भानु को ड्रेस डिजाइनर का पद दे दिया. भानु के बनाए डिजाइन काफी पसंद किए जाने लगे. इसी समय गुरू दत्त की टीम ने उन्हें प्रोडक्शन जॉइन करने का ऑफर दिया. हालांकि गुरू दत्त (Guru Dutt) से पहले भानु ने 1956 की फिल्म सीआईडी में काम किया. भानु ने अपने करियर में 100 फिल्मों के लिए डिजाइन किया, जिनमें साहिब बीवी और गुलाम (Sahib, Biwi aur Ghulam), चांदनी (Chandni) से लेकर लगान (Lagaan) और स्वदेस (Swades) जैसी फिल्में शामिल हैं.
30 साल बाद लौटा दी ऑस्कर की ट्रॉफी
2012 में जैसे ही भानु को पता चला कि उन्हें ब्रैन ट्यूमर है तो वो घबरा गईं. उन्हें डर था कि उनकी मौत के बाद परिवार उनकी ऑस्कर ट्रॉफी को अच्छे से नहीं रख सकेगा. इस डर से भानु अथैया ने 2012 में ही अपनी ट्रॉफी एकेडमी मोशन पिक्चर को लौटा दी. ब्रेन ट्यूमर के चलते भानु का आधा शरीर 3 सालों तक पैरालाइज्ड रहा था. इलाज के दौरान 15 अक्टूबर 2020 को भानु का निधन हो गया. मौत के सालों बाद भी हर साल ऑस्कर सेरेमनी के दौरान पहला ऑस्कर जीतने वालीं भानु का जिक्र जरूर होता है. हिंदी सिनेमा के इतिहास में हमेशा उनका नाम गर्व से लिया जायेगा.