जब किशोर दा ने पकड़ ली लेटकर गाना गाने की जिद, घर के बाहर लगा था-Kishore Kumar से सावधान का बोर्ड
Kishore Kumar Interesting Facts: किशोर कुमार के लिए कहा जाता है कि वो बचपन में बेसुरे थे, लेकिन एक हादसे से उनकी सुरीली हो गई. जितने बेहतरीन ये कलाकार थे उससे कहीं ज्यादा मस्तमौला और अक्खड़मिजाज ये असल जिंदगी में थे.
Kishore Kumar Birth Anniversary: सुरों के सरताज किशोर कुमार (Kishore Kumar) की आज 106वीं बर्थ एनिवर्सरी है. किशोर कुमार के लिए कहा जाता है कि वो बचपन में बेसुरे थे, लेकिन एक हादसे से उनकी सुरीली हो गई. जितने बेहतरीन ये कलाकार थे उससे कहीं ज्यादा मस्तमौला और अक्खड़मिजाज ये असल जिंदगी में थे. इतने कि घर के दरवाजे पर खुद लिखवाया था कि किशोर से सावधान. किशोर दा को अपने जमाने का सबसे जिद्दी कलाकार कहा जाए तो भी गलत नहीं होगा. जो भी काम किया अपनी शर्त और अपनी मर्जी से. कोई आधी फीस देता तो ये भी अधूरा गाना गाकर लौट आते थे. आज किशोर कुमार की बर्थ एनिवर्सरी पर जानिए उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ मजेदार किस्से...
फिल्म हाफ टिकट में किशोर कुमार को लता मंगेशकर के साथ गाना आके सीधी लगी दिल पे रिकॉर्ड करना था. लता मंगेशकर मुंबई से बाहर थीं, तो डायरेक्टर सलील चौधरी ने सोचा कि क्यों न अभी सिर्फ किशोर कुमार के साथ गाना रिकॉर्ड कर लिया जाए. रिकॉर्डिंग शुरू हुई, लेकिन गाने में तो दोनों की जुगलबंदी थी, तो लता दीदी के बिना रिकॉर्डिंग कैसे होती. ऐसे में किशोर दा ने तरकीब लगाई और लता दीदी की लाइनों का अंतरा समझने के लिए खुद उनकी लाइन्स लड़कियों की आवाज में रिकॉर्ड कर दीं. गाने में किशोर दा की लड़की वाली आवाज सलील चौधरी साहब को इतनी पसंद आई कि फिर उन्होंने लता दीदी से रिकॉर्डिंग ही नहीं करवाई और फिल्म में वही रिकॉर्डिंग इस्तेमाल की.
गाने में आवाज देने के साथ किशोर दा ही इसमें लड़की भी बने हैं. ऐसे ही किशोर कुमार का एक किस्सा ये भी है कि वो सदाबहार गाना इंतहां हो गई इंतजार की को आवाज नहीं देना चाहते थे. जब प्रोड्यूसर ने विनती की तो किशोर दा इस शर्त के साथ राजी हुए कि वो टेबल पर लेटकर ही गाना रिकॉर्ड करेंगे. अब बेचारा प्रोड्यूसर शर्त क्यों न मानता. रिकॉर्डिंग स्टूडियो में माइक के सामने एक स्टाफ टेबल रखा गया जिसपर लेटकर किशोर साहब ने रिकॉर्डिंग पूरी की. गाना इतना बड़ा हिट रहा कि शराबी फिल्म को इसी गाने से पहचाना गया.