Nisha Noor tragic life: शोबिज की दुनिया बाहर से जितनी चमकीली दिखती है, अंदर से उतनी ही दर्दनाक भी हो सकती है. इस ग्लैमर वर्ल्ड में अपना लक आजमाने एक-दो नहीं, रोजाना हजारों और लाखों लोग आते हैं. कुछ को सफलता मिलती है तो असफलता के दलदल में ऐसे फंसते हैं कि फिर कभी उससे निकल नहीं पाते. इसी वजह से कुछ एक्टर और एक्ट्रेसेस अपनी रोजी रोटी चलाने के लिए गलत रास्ते पर भी चले जाते हैं जिसके बाद उन्हें इसकी तगड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. एक्ट्रेस निशा नूर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है.


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निशा ने तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में काम किया था. वह अपने बोल्ड रोल्स के चलते 1980 के दशक में चर्चित एक्ट्रेसेस में से एक थीं. बेहद सुंदर, सक्सेसफुल करियर और चाहने वाले लाखों फैन्स निशा की खासियत थे. उन्होंने साउथ के कई बेहतरीन निर्देशकों जैसे बालाचंद्रन, विशु और चंद्रशेखर के साथ काम किया था. इसके अलावा ऑन स्क्रीन उन्होंने रजनीकांत, कमल हासन जैसे सुपरस्टार्स के साथ काम किया था. हालांकि, धीरे धीरे सबकुछ बदलने लगा और निशा का करियर ढलान पर आने लगा. उन्हें फिल्में मिलने में बहुत परेशानी होने लगी जिसकी वजह से निशा परेशान हो गईं.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके पास घर चलाने तक के पैसे नहीं बचे जिसके बाद उन्हें एक प्रोड्यूसर ने वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेल दिया. निशा इससे और ज्यादा मुश्किलों में जा फंसी.वो फिल्मों की दुनिया से गुमनाम हो गईं और हालत बद से बदतर होते चले गए. न खाने को खाना और न पहनने को कपड़े,निशा एक एक दरगाह के बाहर भीख मांगती देखी गईं. वो हड्डियों का ढांचा बन गई थीं और उनके शरीर में कीड़े पड़ चुके थे. तब क एनजीओ उनकी मदद को आगे आया और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां पता चला कि निशा को एड्स जैसी जानलेवा बीमारी है. 2007 में निशा की एड्स से जूझते हुए मौत हो गई थी.