Sridevi Birthday: आ रही श्रीदेवी की बायोग्राफी, नाम हुआ फाइनल और बोनी कपूर भी हैं तैयार
Sridevi Biography: किताबें पढ़ने के चलन पर लगातार शिकायतें मिलती हों कि अब लोग पढ़ते कम हैं, लेकिन लोकप्रिय फिल्मी सितारों के जीवन पर किताबों का आना जारी है. हाल के वर्षों में कई सितारों की आत्मकथा या जीवन आई है. श्रीदेवी की अधिकृत जीवनी की भी घोषणा हो चुकी है. उसके 2023 में आने की बात कही गई थी...
Sridevi Films: बायोपिक फिल्मों के इस दौर में बॉलीवुड इतिहास की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में शामिल श्रीदेवी की बायोग्राफी लाने की तैयारी हो रही है. यह उनकी अधिकृत जीवनी होगी यानी जो कुछ इसमें दर्ज रहेगा, वह तथ्यात्मक रूप से सही होगा. कोई गॉसिप वगैरह नहीं होगी. हालांकि पहले अनुमान था कि श्रीदेवी के जन्मदिन (Sridevi Birthday) पर यह किताब आ सकती है. साल की शुरुआत में अंग्रेजी के एक प्रकाशक ने इस बायोग्राफी को लाने की घोषणा करते हुए कहा था कि उसने श्रीदेवी के जीवनी के प्रकाशन अधिकार हासिल कर लिए हैं. किताब का नाम श्रीदेवी-द लाइफ ऑफ ए लीजेंड रखा गया था.
लाइफ ऑफ ए लीजेंड
अपने पांच दशक से अधिक के करियर में श्रीदेवी ने तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और हिंदी में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया था. उन्हें पद्म श्री, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्मफेयर पुरस्कार समेत राष्ट्री और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे. श्रीदेवी पर यह किताब धीरज कुमार लिख रहे थे. प्रकाशक ने कहा था कि किताब 2023 में ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकस्टोर्स पर रिलीज होगी. श्रीदेवी का जन्मदिन संभवतः इसके लिए सबसे बेहतर मौका रहता, मगर यह चला गया है. श्रीदेवी के पति, फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने भी इस किताब को अपनी मंजूरी दी है. उन्होंने पुस्तक की घोषणा के वक्त कहा था कि धीरज कुमार को श्रीदेवी अपने परिवार का सदस्य मानती थीं. धीरज लेखक और स्तंभकार हैं.
कुछ और किताबें
बोनी कपूर के अनुसार श्रीदेवी सबसे ज्यादा खुश तब होती थीं, जब दर्शक उन्हें पर्दे पर देखते थे. लेकिन वह बेहद प्राइवेट पर्सन भी थीं. ऐसा नहीं है कि श्रीदेवी पर इससे पहले किताबें नहीं लिखी गई हैं. उनका व्यक्तित्व, जीवन और काम पहले भी किताबों में आया है. ललिता अय्यर की श्रीदेवी-क्वीन ऑफ हार्ट्स और सत्यार्थ नायक की श्रीदेवी-द एटनरल गॉडेस जैसी किताबें उनके निधन के साल भर के आस-पास ही आ चुकी थीं. कुछ ही दिन पहले श्रीदेवी-द साउथ ईयर्स आई है, जिसे सिनेमा पर अपने राइटिंग के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके अंबरीश रॉयचौधरी ने लिखा है.