Sunil Dutt Death Anniversary: अपने जमाने के मशहूर एक्टर सुनील दत्त (Sunil Dutt) की आज 18वीं पुण्यतिथि है. भारत-पाकिस्तान दंगों से बाल-बाल बचे सुनील भारत में रहे, जबकि पूरा परिवार पाकिस्तान चला गया.घर चलाने के लिए ये कभी हवलदार बने तो कभी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मामूली कर्मचारी रहे लेकिन किस्मत में लिखा था हीरो बनना. आज सुनील दत्त की डेथ एनिवर्सरी पर जानिए इनके हीरो बनने का दिलचस्प किस्सा-


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


दिलीप कुमार ने दिया मौका


सुनील दत्त ने कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद रेडियो में 25 रुपए महीने की तनख्वाह पर रेडियो की नौकरी की.काम था फिल्मी सितारों के इंटरव्यू लेना. पहले ही ये नरगिस, देव आनंद जैसे बड़े सितारों का इंटरव्यू ले चुके थे. 
एक बार इन्हें दिलीप कुमार का इंटरव्यू लेने का मौका मिला. शिकस्त फिल्म के सेट पर पहुंचे तो देखा दिलीप साहब तो काम में बिजी हैं. सुनील दत्त वहीं बैठकर उनका इंतजार करने लगे.पास से गुजर रहे डायरेक्टर रमेश सहगल ने जब उनको देखा तो लुक से इंप्रेस होकर उन्होंने वहीं स्क्रीन टेस्ट लेकर फिल्म रेल्वे प्लेटफॉर्म में काम दे दिया.



मदर इंडिया से मिली पॉपुलैरिटी


1955 में सुनील दत्त फिल्मों में आए 1958 की फिल्म मदर इंडिया से पॉपुलर हो गए. इसी फिल्म के सेट पर वो नर्गिस के करीब आए. आग में कूदकर उनकी जान बचाई और फिर दोनों ने शादी कर ली. ये बात भी कम लोग ही जानते हैं कि सुनील दत्त के पास एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड है. उन्होंने बतौर एक्टर कामयाब होने के बाद 1964 में फिल्म यादें लिखी, डायरेक्ट की और प्रोड्यूस की. ये फिल्म इतनी यूनीक थी कि इस पूरी फिल्म में सिर्फ एक ही हीरो था, वो भी सुनील दत्त. ना कोई सपोर्टिंग एक्टर, ना एक्ट्रेस ना भीड़. एक मात्र हीरो वाली फिल्म बनाने पर सुनील दत्त का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है.