Bollywood Box Office 2022: हिंदी के दर्शकों पर धीरे-धीरे साउथ की फिल्मों का रंग चढ़ रहा है. पिछले कुछ सालों में यह बात साफ हो गई है कि बॉलीवुड की फिल्मों की पकड़ धीरे-धीरे कमजोर पड़ रही है. इसकी कई वजहें हैं, जिनमें कमजोर कंटेंट से लेकर नेपोटिज्म तक शामिल है. ओटीटी ने भी बॉलीवुड का मार्केट कमजोर करने में बड़ी भूमिका निभाई है. 2022 के आंकड़े बता रहे हैं कि बॉलीवुड के बॉक्स ऑफिस को साउथ की फिल्मों का मुकाबला करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. लोग बॉलीवुड फिल्में थियेटर में देखने तभी जाते हैं, जब उन्हें वाकई कुछ अलग या विशेष दिखता है. यही वजह है कि हिंदी पट्टी में इस साल थियेटरों में देखी गई टॉप तीन फिल्मों में दो साउथ की हैं.


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हिंदी पट्टी में नंबर 1
थियटरों में जाकर दर्शक द्वारा फिल्म देखे जाने की गणना को फुटफॉल कहते हैं. साल के खत्म होते-होते ये आंकड़े आ रहे हैं कि देश के हिंदी भाषी इलाकों में फुटफॉल कितना रहा. कौन सी फिल्म को कितने फुटफॉल मिले. आंकड़ों के मुताबिक हिंदी पट्टी में जो फिल्म सबसे ज्यादा देखी गई, वह थी कन्नड़ की हिंदी में डब केजीएफ 2. यश स्टारर यही फिल्म इस साल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म भी है. आंकड़ों के मुताबिक इस फिल्म को करीब दो करोड़ 70 लाख लोगों को थियेटरों जाकर देखा. इसने दूसरे नंबर पर रहने वाली बॉलीवुड फिल्म को लंबे अंतर से पीछे छोड़ा है.


ब्रह्मास्त्र और उसके बाद
थियेटरों में हिंदी पट्टी में जिस हिंदी यानी बॉलीवुड फिल्म को देखने सबसे ज्यादा दर्शक गए, वह है ब्रह्मास्त्र पार्ट 1-शिवा. केजीएफ 2 से पीछे रही इस फिल्म को हिंदी पट्टी के एक करोड़ 72 लाख लोग थियेटरों में देखने गए. आप देख सकते हैं कि केजीएफ 2 और ब्रह्मास्त्र के बीच पचास लाख से ज्यादा का फासला है. हिंदी दर्शकों द्वारा थियेटरों में सबसे ज्यादा देखी गई तीसरी फिल्म है, निर्देशक एस.एस. राजामौली की जूनियर एनटीआर-राम चरण स्टारर आरआरआर. इसे करीब एक करोड़ 65 लाख लोगों ने हिंदी में थियेटरों में जाकर देखा. दर्शकों के मामले में यह ब्रह्मास्त्र से खास पीछे नहीं रही. आरआरआर के बाद चौथा नंबर कश्मीर फाइल्स का है. जिसे एक करोड़ 62 लाख लोगों ने थियेटरों में देखा, जबकि पांचवें नंबर पर आई भूल भुलैया को लगभग 99.2 लाख लोग देखने थियेटरों में गए.


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