नई दिल्ली: अपने देश के प्रधानमंत्री और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की सलाह न मानना पाकिस्तानी टीम के कप्तान सरफराज अहमद को भारी पड़ गया. टीम को इसका खामियाजा वर्ल्ड कप 2019 में भारत के खिलाफ मैच हारकर भुगतना पड़ा.


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1992 में पाकिस्तान को वर्ल्ड कप दिलवा चुके इमरान खान ने एक के बाद एक लगातार पांच ट्वीट किए. उन्होंने अपने चौथे ट्वीट में लिखा, ‘सरफराज को इस मैच में आक्रामक रणनीति के साथ उतरना चाहिए. उन्हें प्लेइंग इलेवन में स्पेशलिस्ट बैट्समैन और बॉलर शामिल करने चाहिए.’ मगर सरफराज ने अपनी चिर-प्रतिद्वंदी टीम इंडिया के खिलाफ रविवार को खेले गए मुकाबले में टॉस जीतकर बल्लेबाजी की बजाए गेंदबाजी को चुना.


इमरान खान इसी ट्वीट में आगे  लिखते हैं, ‘जिस तरह का यह दबाव का मैच है, वैसे मैचों में स्पेशलिस्ट खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं. यदि पिच खराब नहीं है, तो सरफराज को टॉस जीतने के बाद पहले बैटिंग करना चाहिए.’ लेकिन पाकिस्तानी कप्तान ने इस मामले में भी अपनी मनमर्जी दिखाई यानी बैटिंग ऑर्डर अपनी इच्छा के अनुसार ही रखा.


भारत के खिलाफ विश्व कप में रविवार को हार झेलने के बाद पाकिस्तान के कप्तान सरफराज खान ने माना कि टूर्नामेंट के समीफाइनल में पहुंचना उनकी टीम के लिए मुश्किल होता जा रहा है.


ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर हुए मैच में भारत ने डकवर्थ-लुइस नियम के आधार पर पाकिस्तान को 89 रनों से करारी शिकस्त दी. इस हार के बाद पाकिस्तान पांच मैचों में तीन अंकों के साथ नौवें पायदान पर काबिज है. अंतिम-4 में पहुंचने के लिए पाकिस्तान को अब चारों मैच जीतने होंगे और अन्य मैचों के नतीजों पर भी निर्भर रहना होगा.


सरफराज ने कहा, "निश्चित रूप से यह मुश्किल होता जा रहा है, लेकिन हमारे पास चार मैच हैं और हमें उम्मीद है कि हम सभी मैच जीतेंगे."


सरफराज ने कहा, "हमने अच्छा टॉस जीता, लेकिन दुर्भाग्यवश सही इलाकों में गेंदबाजी नहीं कर पाए. रोहित को श्रेय जाता है, उन्होंने अच्छा खेला. हमारी योजना आगे गेंदबाजी करने के थी, लेकिन हम सही जगहों पर गेंद नहीं डाल पाए. हमने टॉस जीतने के बाद उसका फायदा नहीं उठाया और बहुत सारे रन दिए."


इस जीत के साथ विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना अजेय रिकॉर्ड बरकरार रखा है. अगर विश्व कप में इन दोनों टीमों की बात की जाए तो भारत कभी भी इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान से हारा नहीं है. 1992 से लेकर 2015 विश्व कप तक दोनों टीमें छह बार आमने-सामने हो चुकी हैं लेकिन पाकिस्तान कभी भी जीत नहीं पाया है.


(इनपुट-एजेंसी से भी)